इंदौर:देश के सबसेस्वच्छ शहर इंदौर की आबादी लगातार बढ़ रही है और एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में गिरावट हो रही है. ऐसे में शहर की आबोहवा को स्वच्छ बनाए रखने के लिए हरियाली बड़ा विकल्प है. यही वजह है कि शहर में अलग-अलग माध्यम से विकसित की जा रही हरियाली को एक अभियान बनाया जा रहा है. इसी क्रम में अब इंदौर शहर के 22 जोन में सुंदर गार्डन विकसित होंगे. इसके लिए नगर निगम परिषद ने प्रस्ताव पारित कर दिया है.
एयर क्वालिटी इंडेक्स में लगातार गिरावट
प्रदेश की औद्योगिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर की आबोहवा अब तेजी से प्रदूषित हो रही है. यहां सड़कों पर वाहनों की संख्या बढ़ने और आबादी के साथ तेजी से होने वाले निर्माण शहर में प्रदूषण का बड़ा कारण है. यहां की एयर क्वालिटी इंडेक्स पर गौर किया जाए तो यह औसत रूप से 100 से अधिक पाया जा रहा है. जिसमें धूल के कण और कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ रही है. यही वजह है कि शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहतर स्थिति से बाहर हो रहा है.
इंदौर के 22 जोन में तैयार किए जाएंगे गार्डन (ETV Bharat) बीते साल लगाए गए थे 11 लाख पौधे
इंदौर के रेवती रेंज में बीते साल एक साथ 11 लाख पौधे लगाने का रिकॉर्ड बनाया गया था, जिसे अब सहेजा जा रहा है. इसी क्रम में पितृ पर्वत पर अपनों की याद में पौधे लगाने की परंपरा शुरू की गई. हालांकि इस सब के बावजूद शहर में ग्रीन कवर एरिया बढ़ाया जाना बहुत जरूरी है. हाल ही में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के दौरान इंदौर पहुंचे दुनिया भर के निवेशकों और प्रतिनिधियों ने शहर में ग्लोबल पार्क में पौधे लगाए थे, इन पौधों को सहेजने के लिए ग्लोबल को इस तरह विकसित किया गया कि वह पौधा रोपण में मिसाल बन सके.
अब जबकि यह गार्डन एक दर्शनीय स्थल के रूप में तब्दील हो चुका है तो, शहर के सभी पार्षदों को इस गार्डन को रोल मॉडल मानने के साथ अपने-अपने क्षेत्र में सुंदर गार्डन बनाने के लिए उन्हें यहां विजिट कराया जा रहा है. वहीं, इसके लिए नगर निगम परिषद ने प्रस्ताव भी पारित कर दिया है. इस गार्डन के अलावा एक अन्य यूरेशिया गार्डन भी डेवलप किया जा रहा है.
शहर के सभी 22 जोन में तैयार किए जाएंगे गार्डन
नगर निगम परिषद में उद्यान विभाग प्रभारीराजेंद्र राठौड़ बताते हैं कि "शहर में पितृ पर्वत और रेवती रेंज में लाखों की तादाद में पौधे लगाने के बाद शहर के हर क्षेत्र में पौधारोपण की पहल की जा रही है. उन्होंने कहा इंदौर में कुल 9.5% ग्रीन कवर एरिया की मौजूदगी है, जिसे दुगना करने के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं. फिलहाल शहर में जो गार्डन तैयार हो चुके हैं उन्हें लेकर क्षेत्र के रहवासी भी खुश हैं.