मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

BJP नेता अक्षय बम का पीछा छोड़ने के मूड में नहीं कांग्रेस, बम का कॉलेज निशाने पर क्यों - Indore davv Congress protest

इंदौर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में एमबीए एग्जाम के दौरान हुए पेपर लीक के मामले में कांग्रेस आक्रामक है. कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी नेता अक्षय बम के कॉलेज की मान्यता निरस्त करने की मांग की है. साथ ही कॉलेज संचालक अक्षय बम के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है.

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 25, 2024, 12:52 PM IST

Indore davv Congress protest
अक्षय बम के कॉलेज की मान्यता निरस्त करने की मांग (ETV BHARAT)

इंदौर।कांग्रेस नेताओं ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में प्रदर्शन कर पेपर लीक मामले में दोषी कॉलेजों की मान्यता निरस्त करने की मांग की. इसके साथ ही कॉलेज संचालकों के विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के प्रशासनिक संकुल में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. सज्जन सिंह वर्मा का कहना है "एमबीए पेपर लीक मामले में अब तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई है."

इंदौर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में एमबीए एग्जाम लीक का मामला (ETV BHARAT)

अक्षय बम के कॉलेज की मान्यता निरस्त करने की मांग

कांग्रेस नेता सज्जन वर्मा ने कहा "भाजपा नेता अक्षय बम के आइडियलिक कॉलेज में एमबीए का पेपर लीक हुआ पर अब तक इस कॉलेज की मान्यता निरस्त नहीं की गई है और ना ही कॉलेज संचालक अक्षय बम के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई है." कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि कॉलेज संचालक भाजपा नेता अक्षय बम को बचाने की कोशिश की जा रही है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा कुलपति रेनू जैन से मुलाकात कार्यालय आइडियलिक महाविद्यालय की मान्यता निरस्त किए जाने के साथ-साथ कॉलेज संचालक और भाजपा नेता अक्षय बम के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाने की मांग की गई.

ये खबरें भी पढ़ें...

MBA पेपर लीक मामले में अक्षय बम के कॉलेज पर 5 लाख की पेनॉल्टी, सांघवी कॉलेज पर भी कार्रवाई

पेपर लीक मामले में DAVV ने की बड़ी कार्रवाई, डिप्टी रजिस्ट्रार से छीनी गई बड़ी जिम्मेदारी

बम के कॉलेज पर 5 लाख का जुर्माना

गौरतलब है कि एमबीए पेपर लीक मामले में पुलिस द्वारा 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस जांच में सामने आया था कि आइडियलिक कॉलेज से पेपर लीक हुआ. वहीं इस मामले में कुलपति डॉ. रेनू जैन का कहना है "विश्वविद्यालय द्वारा महाविद्यालय पर ₹5 लाख का जुर्माना लगाया गया है. परीक्षा केंद्र से ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है. दोषी कॉलेज की मान्यता निरस्त किए जाने को लेकर कार्रवाई जारी है. मान्यता निरस्त किए जाने का फैसला शासन स्तर पर लिया जाना है. मान्यता शासन द्वारा दी जाती है और संबद्धता विश्वविद्यालय द्वारा दी जाती है."

ABOUT THE AUTHOR

...view details