बैतूल: ग्रामीण क्षेत्र के भोले-भाले व बेरोजगार युवाओं को नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. बताया जा रहा है कि ये रैकेट पिछले 2-3 साल से क्षेत्र में एक्टिव था. जो लोगों को एमपी वल्लभ भवन में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी कर चुका है. इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब ठगी के शिकार हो चुके कुछ युवकों ने 14 फरवरी को बीजादेही थाने में एफआईआर दर्ज कराई.
नौकरी दिलाने को लेकर लिए पैसे
एसडीओपी मयंक तिवारी ने बताया कि "फरियादी सुनील यादव ने राजेश यादव और अमित देशमुख नाम के 2 लोगों के खिलाफ ठगी को लेकर शिकायत की है. जिसमें बताया कि 2-3 साल पहले उन्हें वल्लभ भवन में सहायक ग्रेड 2 और सहायक ग्रेड 3 के पदों पर नौकरी दिलाने के एवज में 12 लाख 45 हजार रुपये लिए थे, लेकिन न उन्हें नौकरी मिली और न रुपये वापस लौटाए जा रहे हैं."
आरोपी को हिरासत में लेकर की गई पूछताछ
पुलिस ने मामले में जांच शुरू की और सबसे पहले आरोपी अमित देशमुख को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की. आरोपी अमित ने पुलिस को कई अहम जानकारियां दी. जिसके बाद अब पुलिस मुख्य आरोपी राजेश यादव को भी ढूंढ रही है. पुलिस को अमित देशमुख के पास से दस्तावेज और एक कार मिली है, जिन्हें जब्त कर लिया गया है. वहीं वल्लभ भवन से जुड़े कुछ दस्तावेज भी बरामद हुए हैं, जिनकी जांच कर ये पता लगाया जा रहा है कि कहीं आरोपी ठगों का वल्लभ भवन में कोई कनेक्शन तो नहीं हैं.
- इंस्टेंट प्रॉफिट के लालच में फंसी मेडिकल छात्रा, 700 रुपये के बदले टेलीग्राम पर गंवाए 44 लाख
- इन्वेस्टमेंट के नाम पर बिजनेसमैन से करोड़ों की ठगी, 2 ठग नागपुर से गिरफ्तार
10-12 लोगों से ठगी मामला आया सामने
पुलिस को इसी मामले से जुड़े ऐसे 10 से 12 लोगों की जानकारी भी मिली है, जो इन ठगों का शिकार हुए हैं. बताया जा रहा है कि अब तक बीजादेह थाने में शिकायत करने गए 3 पीड़ित युवकों से ठगी की पुष्टि हो चुकी है. वहीं, अन्य मामलों की जांच जारी है और आरोपी अमित देशमुख को कोर्ट में पेश किया जा रहा है.