नई दिल्ली: इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए) के दिल्ली चैप्टर की ओर से भारत मंडपम में बिल्ड भारत एक्सपो-2025 का आयोजन किया जाएगा. आईआईए की ओर से इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी गई है. यह प्रमुख औद्योगिक आयोजन 19 से 21 मार्च तक भारत मंडपम, हॉल नंबर 06 में आयोजित होगा. इस एक्सपो का उद्देश्य भारतीय विनिर्माण क्षमताओं को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करना, औद्योगिक नवाचार को बढ़ावा देना और व्यापारिक सहयोग को मजबूत करना है.
तकनीकी विशेषज्ञता का प्रदर्शन:यह आयोजन भारतीय उद्यमियों और उद्योगों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होगा, जहां वे अपनी तकनीकी विशेषज्ञता और उत्पादों को प्रदर्शित कर सकेंगे. आईआईए दिल्ली चैप्टर की स्टेट चेयरपर्सन डॉ. ममतामयी प्रियदर्शिनी ने बताया कि बिल्ड भारत एक्सपो-2025 भारतीय उद्योगों की ताकत, नवाचार और आत्मनिर्भरता का परिचायक होगा.
भारत वैश्विक विनिर्माण केंद्र:उन्होंने कहा कियह आयोजन भारतीय उद्योगों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में मदद करेगा और भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. एक्सपो का उद्घाटन समारोह 19 मार्च 2025 को सुबह 11 बजे होगा, जिसमें उद्योग जगत के प्रतिष्ठित नेता, सरकारी अधिकारी और निवेशक उपस्थित रहेंगे. समापन समारोह 21 मार्च 2025 को आयोजित किया जाएगा, जिसमें भारत सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी.
इस तीन दिवसीय आयोजन के दौरान कई महत्वपूर्ण सत्र आयोजित किए जाएंगे, जो औद्योगिक नवाचार, नीति निर्माण और व्यापारिक साझेदारी को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित होंगे. इस एक्सपो में 340 से अधिक स्टॉल्स होंगे, जिनमें विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों से जुड़े उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन किया जाएगा. ग्रीन एंड क्लीन एनर्जी, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, बिल्डिंग और कंस्ट्रक्शन मटेरियल, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स सहित कई उद्योगों की नवीनतम तकनीकों को प्रदर्शित किया जाएगा.
स्टॉल शुल्क की 80-100 प्रतिशत तक प्रतिपूर्ति:यह एक्सपो विशेष रूप से उभरते हुए उद्योगों, स्टार्टअप्स और नवाचारों को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करने का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा. आईआईए दिल्ली के सीईसी सदस्य डॉ. लक्ष्मीकांत पांडे ने बताया कि बिल्ड भारत एक्सपो-2025 विशेष रूप से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को बढ़ावा देने के लिए केंद्रित होगा. इस आयोजन में एमएसएमई मंत्रालय की ओर से स्टॉल शुल्क की 80-100% तक प्रतिपूर्ति की जाएगी.