श्रीनगर:नगर निगम श्रीनगर के महापौर पद पर निर्दलीय चुनाव लड़ रहीं पूनम तिवाड़ी ने आज गोला बाजार स्थित एक निजी होटल में पत्रकार वार्ता आयोजित की. इसी दौरान उन्होंने कहा कि उनके लिए नगर पालिका अध्यक्ष का कार्यकाल पूर्ण ना कर पाना बेहद मायूसी का कारण है. उन्होंने नगर निगम बनाए जाने की प्रक्रिया और सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए इसे गलत ठहराया है. साथ ही भाजपा सरकार पर महिलाओं का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह लोकतंत्र और महिला सशक्तिकरण के खिलाफ है.
पदाधिकारी को हटाकर नगर निगम बनाना गलत-पूनम तिवाड़ी:निर्दलीय प्रत्याशी पूनम तिवाड़ी ने कहा कि श्रीनगर को नगर निगम बनाना एक स्वागत योग्य पहल है, लेकिन इसे नगर पालिका के वर्चस्व को समाप्त करके और किसी पदाधिकारी को हटाकर किया जाना सरासर अनुचित है. श्रीनगर को अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ की तरह समय से पहले नगर निगम घोषित किया जाना चाहिए था. उन्होंने कहा कि श्रीनगर की जनता ने पचास वर्षों में पहली बार एक महिला को चुनकर जिम्मेदारी दी थी, लेकिन भाजपा सरकार ने षड्यंत्रपूर्वक इस उपलब्धि को ठेस पहुंचाई है.
पूनम तिवाड़ी ने अपने कार्यकाल का किया उल्लेख:पूनम तिवाड़ी ने कहा कि कोरोना महामारी जैसी विकट परिस्थितियों के बीच भी उन्होंने शहर के हित में जनता के बीच रहते हुए काम किया. उन्होंने ना केवल स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने का प्रयास किया, बल्कि शहर की जरूरतों और समस्याओं को प्राथमिकताएं दी. उन्होंने भाजपा में शामिल होने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि ना तो उन्होंने भाजपा का पटका पहना है और ना ही किसी भाजपा कार्यक्रम में शामिल हुई हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को समर्थन देने का मतलब यह नहीं है कि वह उनकी सदस्य बन गई हैं.
श्रीनगर की जनता एक बार सेवा का दे अवसर:पूनम तिवाड़ी ने नगर निगम चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर खड़े होने के अपने फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि वह ईमानदारी, मेहनत और लगन के साथ जनता की सेवा करना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि नगरवासियों के हित के लिए वह किसी भी परिस्थिति में पीछे नहीं हटेंगी. उन्होंने जनता से अपील की है कि वे एक बार फिर उन पर भरोसा जताएं और उन्हें श्रीनगर की सेवा का अवसर दें.
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