पटना:थोड़ी देर मेंतिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र केउपचुनाव का परिणाम सामने आ जाएगा. अब तक की मतगणना के आधार पर निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर ब्रजवासी की जीत तय नजर आ रही है. उन्होंने चौंकाते हुए जेडीयू-आरजेडी और जन सुराज पार्टी के उम्मीदवारों को पीछे छोड़ दिया है. शिक्षक नेता वंशीधर ब्रजवासी हमेशा शिक्षकों के हित में आवाज उठाते रहे हैं. केके पाठक से उनका टकराव जगजाहिर है.
केके पाठक से भी टकरा चुके हैं वंशीधर:वंशीधर ब्रजवासी अपने लड़ाकू स्वभाव के लिए जाने जाते हैं. जब केके पाठक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव थे, तब शिक्षकों के हित के लिए वह उनसे भी टकरा गए थे. जिस वजह से उनको निलंबित कर दिया गया था. इसके बावजूद उनके तेवर में कोई कमी नहीं आई. वह लगातार सड़कों पर शिक्षकों और स्नातकों की आवाज उठाते रहे, जिसका नतीजा ये रहा कि आज उनको एमएलसी उपचुनाव में भारी समर्थन मिला.
शिक्षकों के आवाज बनेंगे ब्रजवासी:अपनी उम्मीदवार के दौरान वंशीधर ब्रजवासी ने कहा था कि सरकार ने शिक्षकों को उनका अधिकार दिलाने के बजाय दमन की राजनीति की है. उन्होंने कहा था कि शिक्षकों को न आईकार्ड मिला, न उनके अधिकारों की रक्षा हुई. हमारी उम्मीदवारी शिक्षकों और स्नातकों के हक की आवाज बुलंद करने के लिए हैं.