अजमेर. नगर निगम की साधारण सभा की बैठक हंगामेदार रही. बैठक में निगम के पार्षदों ने अपने क्षेत्र की समस्या रखने के साथ ही अधिकारियों पर पत्र का जवाब नहीं देने और जनहित के कार्यो को गंभीरता से नहीं लेने का आरोप लगाया. बैठक में भ्रष्टाचार, अवैध निर्माण, अनियमितता, अधिकारियों की मनमानी को लेकर भी पार्षदों ने जमकर आवाज बुलंद की. खास बात यह रही कि नगर निगम में हो रहे भ्रष्टाचार को एक पार्षद ने अपने ही अंदाज में सदन के समक्ष रखा. निर्दलीय पार्षद दो मिठाई के डब्बे लेकर आए. एक डिब्बे में मिठाई थी और दूसरा डिब्बा 500 रुपए के नोटों की दो गड्डियों से भरा था, इसको लेकर हंगामा काफी हुआ.
निर्दलीय पार्षद जावेद खान का आरोप था कि ऐसे डिब्बे अधिकारियों को देने से पट्टे मिल जाते हैं और जो नहीं दे पाता है, वह निगम के चक्कर लगाता रहता है. उसका पट्टा किसी न किसी तरह से अटका दिया जाता है. सदन में दोनों डिब्बे चर्चा का विषय बन गए. मेयर ब्रजलता हाड़ा ने कहा कि मीडिया में आने के लिए पार्षद ने यह स्टैंड लिया है. उन्होंने कहा कि यदि भ्रष्टाचार का कोई सबूत है तो पार्षद लेकर आए संबंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
पीड़ा थी इसलिए दिखाए मिठाई और पैसे :सदन में मिठाई का डिब्बा और पैसे दिखाने वाले निर्दलीय पार्षद जावेद खान ने बताया कि उनके वार्ड में लोगों ने बताया कि पट्टे के एवज में 10-10 हजार रुपए लोगों से लिए गए. 2 वर्ष से वह अपने ससुर के पट्टे के लिए नगर निगम के चक्कर काट रहे हैं. क्षेत्र के लोगों ने उन्हें बताया कि मिठाई का डिब्बा देने पर पट्टा मिल जाता है. यही वजह है कि सदन में संबंधित कर्मचारी की करतूत को सामने लाने के लिए मिठाई का डिब्बा और पैसे सदन में दिखाए, ताकि उन्हें मेरी पीड़ा का एहसास हो.