रांची: एससी-एसटी आरक्षण में उप-वर्गीकरण का अधिकार राज्यों को सौंपने के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को संसद से शिथिल करने की मांग को लेकर विभिन्न संगठनों का आज "भारत बंद" किया गया. विभिन्न संगठनों के आह्वान पर झारखंड में आज के भारत बंद को झारखंड मुक्ति मोर्चा, झारखंड राष्ट्रीय जनता दल, सीपीआई माले ने सक्रिय समर्थन दिया. वहीं, एनडीए की सहयोगी पार्टनर आजसू पार्टी ने भी नैतिक समर्थन दिया.
बैनर लेकर बीच सड़क पर बैठ गए राजद नेता
रांची में भारत बंद को सफल बनाने के लिए राजद के प्रदेश महासचिव कैलाश यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष अनिता यादव, प्रदेश युवा अध्यक्ष रंजन कुमार सहित बड़ी संख्या में राजद कार्यकर्ता सड़क पर उतरें और जयपाल सिंह स्टेडियम से निकले राजद के नेता महात्मा गांधी रोड में बीच सड़क पर ही बैठ गए. राजद के प्रदेश महासचिव ने कहा कि उनके नेता तेजस्वी यादव की साफ सोच है कि इस फैसले से आदिवासियों और दलितों का नुकसान होगा.
आरक्षण समाप्त करने की साजिश बंद करे भाजपा: झामुमो
भारत बंद को सफल बनाने के लिए रांची की सड़कों पर उतरे जिला झामुमो के कार्यकर्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार संविधान और आरक्षण को समाप्त करने में लगी हुई है. इसलिए सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को स्थगित करने की मांग लगातार होती रहेगी. झामुमो के जिलाध्यक्ष मो. मुस्ताक आलम ने कहा कि भाजपा की साजिश आरक्षण समाप्त करने की है, जिसे झामुमो कभी भी पूरा होने नहीं देगी. छात्र संगठनों के नेताओं ने कहा कि आज के व्यापक बंद और जनभावना को देखते हुए केंद्र सरकार सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को संसद के माध्यम से शिथिल करे और आरक्षण को नौंवी अनुसूची में डालें ताकि कोई आरक्षण से छेड़छाड़ नहीं कर सके.
बोकारो में टायर जलाकर किया विरोध
भारत बंद को लेकर पार्टी नेता और एससी-एसटी मोर्चा के लोग टायर जलाकर इसका विरोध किया. बोकारो के नया मोड़ स्थित बिरसा चौक पर एससी-एसटी मोर्चा, झामुमो, कांग्रेस समेत अन्य दलों के लोग सड़क पर उतर आए और दुकानें बंद कराकर सड़क जाम कर दिया. ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरी क्षेत्र में बंद का असर देखने को मिला. बंद के दौरान चौक चौराहे पर पुलिस बल मौजूद दिखे.
देवघर में भारत बंद से लोग परेशान दिखे
देवघर में राष्ट्रीय जनता दल के नेता केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ नारा लगाते हुए प्रधानमंत्री से इस्तीफा देने की मांग की. वहीं, राज्य के पूर्व मंत्री सुरेश पासवान ने कहा कि सत्ता पक्ष में बैठे लोग दलित और पिछड़ों का आरक्षण समाप्त करना चाहते हैं, लेकिन राजद हमेशा ही दलित और पिछड़ों के आवाज को मजबूत करती रहेगी. इधर, भारत बंद की वजह से आम लोगों को भी खासा परेशानियों का सामना करना पड़ा. कई लोग जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाए तो कुछ लोग अपनी परेशानी साझा करते दिखे.
जामताड़ा में बंद का दिखा आंशिक असर
भारत बंद का जामताड़ा में आंशिक असर रहा. बंद के समर्थन में झामुमो, राजद, सीपीआई के कार्यकर्ता सहित अन्य संगठन के कार्यकर्ता सड़क पर झंडा बैनर लेकर उतरे और नारा लगाते हुए जामताड़ा बाजार बंद करवा दिया. इंदिरा चौक पर घंटों सड़क जाम होने की वजह से आवागमन बाधित रहा. हालांकि सभी सरकारी कार्यालय, कोर्ट कचहरी खुले रहे. दूर जाने वाली गाड़ी, बस का परिचालन ठप रहा.
खूंटी में भारत बंद का दिखा पूरा असर
खूंटी में विभिन्न प्रखंड एवं पंचायत क्षेत्रों में भारत बंद का पूरा असर देखने को मिला. जिले के झामुमो नेता, कार्यकर्ताओं के अलावा आदिवासी के विभिन्न संगठनों ने सड़क पर उतरकर दुकान एवं प्रतिष्ठानों को बंद करवा दिया था. बंद के कारण जिले की अधिकांश दुकानें बंद रहीं. वहीं, मेडिकल स्टोर्स को छोड़कर लगभग सभी प्रकार के प्रतिष्ठान बंद रहे. सड़कों पर लोगों की आवाजाही नहीं होने से सड़कें सुनसान दिखीं.
धनबाद में भारत बंद का दिखा व्यापक असर
धनबाद में बचाव संघर्ष समिति, बसपा, कांग्रेस और जेएमएम के नेतृत्व में शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिला. कार्यकर्ताओं ने सड़क पर टायर जलाकर सड़क जाम कर दिया तो कहीं दुकानें बंद करवा दी. धनबाद में अधिकतर निजी स्कूल बंद रहे. बसों का परिचालन भी पूरी तरह से बंद रहा. इधर, बंद को देखते हुए रेलवे पुलिस को पहले से ही अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया था. हालांकि, ट्रेन बाधित नहीं हुई.
लातेहार में दोपहर तक रहा सड़क जाम
लातेहार में भारत बंद का असरदार रहा. दोपहर तक बंदी के कारण वाहनों के पहिए ठहरे दिखें. हालांकि बाजार और प्रतिष्ठानों पर बंदी का असर काफी कम देखा गया. इधर, बंद समर्थकों के द्वारा लातेहार जिला मुख्यालय में दोपहर 2:30 बजे तक एनएच 39 को जाम रखा गया. इधर, बंद समर्थकों से वार्ता के लिए लातेहार एसडीएम अजय रजक, सीओ अरविंद देवाशीष टोप्पो, डीएसपी अरविंद कुमार पुलिस इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिन्हा काफी देर तक आंदोलन कार्यकर्ताओं को समझाया, जिसके बाद दोपहर 2:30 बजे के बाद सड़क जाम हटा लिया गया.
आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला
बता दें कि एससी-एसटी के आरक्षण में क्रीमीलेयर से संबंधित मामले में सुप्रीम कोर्ट की 7 जजों की बेंच ने एक अगस्त को बड़ा फैसला सुनाया था. सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग अधिनियम 2006 और तमिलनाडु अरुंथथियार अधिनियम पर अपनी मुहर लगाते हुए कोटा के अंदर कोटा (सब कैटेगरी में रिजर्वेशन) को स्वीकृति दे दी थी. कोर्ट के द्वारा यह भी कहा गया था कि यदि राज्य सरकार चाहे तो कोटा के अंदर कोटा आरक्षण लागू कर सकती है. सुप्रीम कोर्ट के इसी फैसले के खिलाफ विभिन्न सामाजिक संगठन और राजनीतिक संगठनों के द्वारा 21 अगस्त को भारत बंद बुलाई गई थी.
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