रायपुर:शहर की बड़ी बड़ी बिल्डिंगों पर बड़े बड़े प्रचार के बोर्ड लगे हैं. कई बार तो ऐसा लगता है जैसे पूरा शहर की होर्डिंग्स से ढक गया है. सड़क पर आप जिधर से भी निकले आपको हर जगह अलग अलग कंपनियों के प्रचार के होर्डिंग नजर आएंगे. कई बार तेज हवाओं या फिर मॉनसून के वक्त ये होर्डिंग मुसीबत का सबब बन जाते हैं. बहुत कम लोगों को पता होगा कि होर्डिंग लगाने के लिए नगर निगम की अनुमति जरुरी है. जगह और सुरक्षा के हिसाब से लगाने की अनुमति मिलती है. अगर होर्डिंग बिना अनुमति के लगाई गई है तो जुर्माना भी वसूला जाता है.
QR कोड से होगी होर्डिंग्स की मॉनिटरिंग: होर्डिंग्स से पटे रायपुर शहर में ये पता लगाना मुश्किल है कि कौन सा होर्डिंग सही है और कौन अवैध. रायपुर नगर निगम ने अब इसका तोड़ निकाल लिया है. अब होर्डिंग लगाने के लिए नगर निगम की ओर से क्यूआर कोड जारी किया जाएगा, जिसमें होर्डिंग से संबंधित समस्त जानकारी दर्ज होगी. जिसका मतलब साफ है कि अगर होर्डिंग बिना अनुमति के लगाई गई है तो उसपर जुर्माना वसूला जाएगा.
वैध और अवैध होर्डिंग की पहचान होगी आसान: क्यूआर कोड के जरिए जैसे ही होर्डिंग को स्कैन किया जाएगा. होर्डिंग से जुड़ी सभी जानकारी नगर निगम के सामने आ जाएगी. अगर होर्डिंग अवैध होगी तो उसकी पहचान और उसपर कार्रवाई करना भी आसान होगा. रायपुर नगर निगम का कहना है कि इसको लेकर सिस्टम तैयार किया जा रहा है. रायपुर नगर निगम की मानें तो जल्द ही ये व्यवस्था लागू भी कर दी जाएगी.