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IIT मंडी के छात्रों ने एक फिर किया कमाल, 8 हजार में बना दी 80 हजार में बनने वाली ट्रेकियोस्टोमी किट - TRACHEOSTOMY KIT IIT MANDI

आईआईटी मंडी के छात्रों ने बेहद कम दामों पर ट्रेकियोस्टोमी किट तैयार की है. एक ही किट पर अब कई डॉक्टर प्रैक्टिस कर पाएंगे.

आईआईटी मंडी के छात्रों ने बनाई ट्रेकियोस्टोमी किट
आईआईटी मंडी के छात्रों ने बनाई ट्रेकियोस्टोमी किट (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Dec 9, 2024, 4:44 PM IST

Updated : Dec 9, 2024, 5:51 PM IST

मंडी: आईआईटी मंडी के छात्रों ने एक बार फिर प्रतिभा का लोहा मनवाया है. आईआईटी मंडी के छात्रों ने लोहा, पीवीसी और ट्रेकिया पाइप से प्रशिक्षु डॉक्टरों के लिए बहुत की कम कीमत पर ट्रेकियोस्टोमी किट तैयार की है. साथ ही इस किट की खास बात यह है कि इय किट के साथ एक नहीं बल्कि कई प्रशिक्षु डॉक्टर प्रैक्टिस कर सकते हैं.

अस्सी हजार में मिलने वाली ट्रेकियोस्टोमी प्रैक्टिस किट को आईआईटी के छात्रों ने मात्र 8 हजार रुपए में बना दिया है. आईआईटी मंडी के स्टूडेंट सात्विक पारिक, आर्य अग्रवाल, कुसुम, शुभम और यतिन ने मिलकर इस प्रोजेक्ट को बनाया है. इसे आगले चरणों में पूरी जांच परख के बाद ही अंतिम रूप दिया जाएगा. बता दें कि ट्रेकियोस्टोमी किट को गले की सर्जरी की प्रेक्टिस के लिए प्रशिक्षु डॉक्टर इस्तेमाल करते हैं. बाजार में मौजूदा समय में इस किट की कीमत 80 हजार या इससे अधिक है. यह किट सिर्फ एक बार की प्रेक्टिस में ही इस्तेमाल होती है, लेकिन आईआईटी मंडी के स्टूडेंट्स ने इसे मात्र 8 हजार में बना दिया है.

आईआईटी मंडी के छात्रों ने बनाई ट्रेकियोस्टोमी किट (ETV BHARAT)

इस मॉडल को बनाने वाले आईआईटी के स्टूडेंट सात्विक पारिक ने बताया कि, '80 हजार के स्थान पर 8 हजार में इस किट का मॉडल तैयार किया गया है, जिसे बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है. पूरी किट में प्रैक्टिस के लिए केसेट बनाए गए हैं, जिनकी कीमत मात्र एक हजार रूपए होगी. इसलिए बार-बार प्रेक्टिस के दौरान सिर्फ इस कैसेट को ही बदलना है और इससे एक प्रशिक्षु डॉक्टर कई बार कम दामों पर इस किट पर प्रैक्टिस कर पाएगा. किट के निर्माण में उन्होंने पीवीसी पाइप, लोहा और ट्रेकिया पाइप का इस्तेमाल किया है. पहले इन्होंने इसका थ्री डी प्रिंट बनाया और उसके बाद इसे मॉडल में इंटिग्रेट किया.'

आईआईटी के स्टूडेंट आर्य अग्रवाल ने बताया कि, 'कुछ वरिष्ठ डॉक्टरों ने आईआईटी के समक्ष इस बात को रखा था और इस पर कुछ नया करने का सुझाव आया था. आईआईटी स्टूडेंट्स ने संस्थान के दिशा निर्देशों के तहत इसपर शोध किया और अब इस किट के मॉडल को बनाकर तैयार कर दिया है. भविष्य में इसे पूरी जांच परख के बाद ही आगे बढ़ाया जाएगा.'

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Last Updated : Dec 9, 2024, 5:51 PM IST

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