कानपुर :अभी तक देश भर के किसान जब अपने बगीचों में जब दवा का छिड़काव करते थे तो उन्हें बहुत अधिक समय लगता था. साथ ही सभी पेड़ों पर दवा का छिड़काव ठीक ढंग से नहीं हो पता था. बहरहाल अब किसानों की समस्या का समाधान आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों ने कर दिया है. वैज्ञानिकों ने एक ऐसा स्मार्ट स्प्रेयर विकसित किया है, जिसकी मदद से किसान जब अपने बगीचों में पेड़ों पर दवा या केमिकल्स का छिड़काव करेंगे तो वह पेड़ों की पत्तियों और डंठलों तक पहुंचेगा. साथ ही पहले की अपेक्षा 40 प्रतिशत तक केमिकल्स की बचत भी हो सकेगी.
आईआईटी कानपुर में इस स्मार्ट स्प्रेयर को प्रोफेसर भारत लोहानी ने तैयार किया है. उनके साथ टीम में अक्षत आर्या, सौरभ यादव, मन्सवी और विवेक शामिल रहे. प्रोफेसर भरत ने बताया जब किसान अपने बगीचे में ट्रैक्टर से पहुंचेंगे तो उसमें पीछे इस स्मार्ट प्रेयर को आराम से लगा सकते हैं और जहां ट्रैक्टर चलेगा उसके ठीक पीछे लगे स्मार्ट एक्सप्रेस से दवा व केमिकल्स का छिड़काव होगा जो सीधे पेड़ों तक पहुंच जाएगा. इस स्मार्ट स्प्रेयर से छिड़काव उन स्थानों पर हो सकेगा, जहां पेड़ हैं. अगर पेड़ नहीं होंगे तो इस स्मार्ट स्प्रेयर काम ही नहीं करेगा.
उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा के किसानों के खेतों में होगा परीक्षण : प्रोफेसर भारत लोहानी ने बताया कि स्मार्ट स्प्रेयर का सफल परीक्षण आईआईटी कानपुर की लैब व आम के बागानों व सोनीपत के खेतों में हो गया है. अब उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र में खेतों में इसका परीक्षण होगा. इसके अलावा चार प्रोटोटाइप टेस्ट भी करेंगे. हमारी टीम ने एक एप भी बनाया है जो किसान के स्मार्टफोन पर अपलोड किया जाएगा और उसे एप की मदद से किसान जब खेतों में इस स्मार्ट स्प्रेयर को लेकर पहुंचेंगे तो उनके फोन पर स्वतः एक मैप तैयार हो जाएगा. जिसमें सभी पौधों की संरचना दिखेगी फिर जैसे-जैसे स्मार्ट प्रेयर से किसान बगीचों में दवा व कीटनाशक का छिड़काव कर देंगे वैसे-वैसे डाटा भी किसान के स्मार्टफोन पर दिखाई देगा और एक तय समय में किस पूरे खेत में दवा का छिड़काव कर लेंगे.