शिमला:पूरे विश्व को कोरोना महामारी की त्रासदी देने वाले चीन से अब फिर एक नया वायरस दुनिया में तेजी से फैल रहा है. जिसको लेकर भारत सहित दुनिया भर के देश चिंतित हैं. चीन से निकाला ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) ने अब भारत में भी दस्तक दे दी है. भारत के कई राज्यों में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस से संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है. अब तक कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात में पांच शिशु ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस से संक्रमित पाए गए हैं. ऐसे में बीते दिनों केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों की बैठक की थी और राज्यों को सतर्कता बरतने और तैयार रहने के निर्देश दिए. वहीं, हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव ने भी सभी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं.
बात अगर हिमाचल प्रदेश की करें तो फिलहाल राज्य में अभी तक ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस का कोई भी मामला सामने नहीं आया है, लेकिन कई राज्यों में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के मिल रहे केस ने हिमाचल स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क हो गया है. ऐसे में अगर आप भी इस वायरस को लेकर अगर चिंतित हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है. इस वायरस से डरने की जगह आपको इससे बचाव करने की जरूरत है. ऐसे में डॉक्टरों की सलाह और HMPV वायरस से बचाव के तरीके को अपनाना जरुरी है.
हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी शिमला के मेडिसिन विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. उशेंद्र ने कहा, "ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस एक सामान्य वायरस है. यह वायरस ज्यादातर बच्चों, वयस्कों और कमजोर प्रतिरक्षक क्षमता वाले लोगों में फैलता है. इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है. अगर इस वायरस से ग्रसित व्यक्ति 6 से 8 घंटे की नींद पूरी लें तो यह वायरस दूसरे दिन आधा खत्म हो जाता है. ऐसे में पैनिक होने के बजाय सावधानी बरतने की जरूरत है. इसके लक्षण खांसी, बुखार, नाक बंद होना और गंभीर मामलों में सांस फूलने की समस्या होती है. ऐसे लक्षण देखते ही व्यक्ति को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में अपनी जांच करवानी चाहिए. सही समय पर इलाज मिलने से संक्रमित व्यक्ति कुछ ही समय में पूरी तरह से ठीक हो जाता है. बीमारी से निपटने के अस्पताल में सभी दवाइयां उपलब्ध है".