रामगढ़: झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) के ट्रांसफॉर्मर रिपेयरिंग वर्कशॉप (टीआरडब्ल्यू) में भीषण आग लग गई. जिसके कारण जेवीवीएनएल को करोड़ों रुपए का नुकसान होने का अनुमान है. आग लगने के कारण अब रामगढ़ जिले के लोगों को आने वाले समय में काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि ट्रांसफॉर्मर रिपेयरिंग वर्कशॉप में रखे सामान पूरी तरह जलकर स्वाहा हो गए हैं.
रामगढ़ जिले का झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) का जिला प्रमंडल ऑफिस में कैंपस में ट्रांसफॉर्मर रिपेयरिंग वर्कशॉप (टीआरडब्ल्यू) भी है. इलके साथ ही इसी कैंपस में बिजली विभाग के कर्मियों के रहने के आवास भी है. यहां अचानक देर रात ट्रांसफॉर्मर रिपेयरिंग वर्कशॉप (टीआरडब्ल्यू) से भीषण आग की लपटे उठने लगी और देखते ही देखते ये लपटें आसमान छूने लगी. आग के कारण गोदाम में रखें ट्रांसफार्मर में डालने जाने वाले तेल के ड्रम फटने लगे और आग की तीव्रता और बढ़ने लगी.
आग की भयावहता को देख स्थानीय लोगों के साथ-साथ बिजली विभाग के कर्मियों ने अधिकारियों के साथ-साथ फायर ब्रिगेड की टीम, पुलिस की टीम को फोन किया. जिसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन आग की विकराल स्थिती को देखकर स्थानीय पुलिस ने मिलिट्री फायर ब्रिगेड की गाड़ी, सीसीएल से फायर ब्रिगेड की गाड़ी, (टाटा) वेस्ट बोकारो घाटों से फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को आग पर काबू पाने के लिए बुलाया, करीब 4 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद लगभग आठ फायर ब्रिगेड के गाड़ियों द्वारा आग की तीव्रता को कम किया गया और फिर आग पर काबू पाया गया.
आग कैसे लगी इसकी जानकारी तो किसी को नहीं है. नुकसान कितना हुआ यह भी बिजली विभाग के कर्मी और अधिकारी फिलहाल बताने में असमर्थ दिख रहे हैं लेकिन आपकी भयावता और भीषणता को देखकर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि करोड़ों रुपए के समान इस आग में जलकर स्वाहा हो गए हैं.
रामगढ़ थाना प्रभारी कृष्ण कुमार ने बताया कि आग की सूचना मिली जिसके बाद घटनास्थल पर फायर ब्रिगेड की टीम में साथ पहुंचा तब देखा कि आग काफी भीषण लगी हुई है, जिसके बाद अलग अलग जगहों से फायर बिग्रेड की गाड़ियों को बुलाया गया और आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया. वहीं, झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) के एसडीओ ने बताया कि कर्मियों द्वारा सूचना दी गयी, जिसके बाद वे घटनास्थल पर पहुंचे और फायर ब्रिगेड की टीम को सूचना दी. हालांकि आग कैसे लगी यह बताने में उन्होंने असमर्थता जताई.