बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) के प्रदेश के चार जिलों में फंसी लाखों रुपयों की राशि आना शुरू हो गई है. एचपीटीडीसी द्वारा जिला अधिकारियों के ऑफिस में पत्राचार किया था. वहीं, ईटीवी भारत की ओर से भी अधिकारियों द्वारा एचपीटीडीसी के पैसों का भुगतान न करने के मामले को प्रमुखता से उठाया गया था. खबर लगने के बाद फौरन ही हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी और कुल्लू जिले के बड़े अधिकारी हरकत में आए और दो दिन के अंदर ही एचपीटीडीसी को लाखों रुपयों की रिकवरी हुई है.
अब तक हुई इतनी रिकवरी
एचपीटीडीसी बिलासपुर के मैनेजर व डीडीओ तुलसी राम ने बताया कि निगम को एचपीसीए के 28,348 रुपए, कन्या स्कूल बिलासपुर के 10,302 रुपए, नेरचौक मेडिकल कॉलेज से 79,354 रुपए और बीएमओ नादौन के 14,507 रुपए मिल चुके हैं. निगम के अधिकारियों का कहना है कि डीसी ऑफिस हमीरपुर और कुल्लू की पेमेंट अभी बाकी है. इन अधिकारियों ने निगम को आश्वासन दिया है कि जल्द ही पेडिंग पेमेंट का भुगतान किया जाएगा.
हरकत में आए विभाग
बता दें कि काफी समय से हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम बिलासपुर के होटलों की कुछ पेमेंट पेंडिंग पड़ी हुई है. डीसी ऑफिस हमीरपुर पर तो 5 लाख रुपए का भुगतान पेंडिंग है. जिसको लेकर निगम की ओर से बार-बार इन अधिकारियों को पत्राचार भी किया जा रहा था. ईटीवी भारत ने भी प्रमुखता के साथ इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया. जिसके बाद अधिकतर विभाग हरकत में आए और निगम को पैसे वापस आना शुरू हो गए हैं.
निगम के होटलों में भुगतान न होने से बढ़ रहा घाटा
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम एचपीटीडीसी ने 48 घंटे के अंदर रिकवरी के आदेश जारी किए हैं. हिमाचल हाईकोर्ट के 12 नवंबर के आदेशों के तहत निगम प्रबंध निदेशक राजीव कुमार ने सभी होटल यूनिट प्रबंधकों को आदेश जारी किए थे कि सरकारी विभागों, बोर्ड और निगमों से जो भी पैसे की रिकवरी की जानी है, उसे 30 नवंबर तक पूरा कर लिया जाए. पर्यटन विकास निगम के होटलों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की एवज में अधिकारियों द्वारा देनदारियां न चुकाने के कारण निगम का घाटा बढ़ता जा रहा है. निगम में घाटा ज्यादा होने के चलते पर्यटन निगम अपने कर्मचारियों व पेंशनर की देनदारी नहीं चुका पा रहा है.