नई दिल्ली:त्योहारों का सीजन चल रहा है. ऐसे में अगर आप अपना घर जाना चाहते हैं और ट्रेन का टिकट कन्फर्म नहीं है तो ये खबर आपके लिए बेहद अहम है. अभी दशहरा चल है, इसके बाद दिवाली और छठ पूजा आनेवाला है. ऐसे में राजधानी दिल्ली से बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश घर जाने वालों की संख्या काफी अधिक होती है. ट्रेनों में टिकटें फुल हो चुकी है. कई ट्रेनों में तो वेटिंग भी नहीं मिल रही है.
दरअसल, रेलवे अपने यात्रियों के लिए विभिन्न प्रकार के वेटिंग टिकट जारी करता है. इसमें मुख्य रूप से जनरल वेटिंग लिस्ट (GNWL), रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट (RLWL) और तीसरा पुल्ड कोटा वेटिंग लिस्ट (PQWL) होता है. इसके अलावा तत्काल वेटिंग टिकट भी रेलवे द्वारा जारी किया जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं वेटिंग टिकट को कंन्फर्म करने के क्या-क्या तरीके हैं, ताकि यात्रियों को ट्रेन में सफर के दौरान कोई परेशानी न हों.
ट्रेन जहां से अपना सफर शुरू करती है वहां से बुक करें टिकट:जनरल वेटिंग टिकट उन स्टेशनों से जारी किए जाते हैं, जहां से ट्रेन अपना सफर शुरू करती है. इसके बाद RLWL वेटिंग टिकट आता है. यह वेटिंग टिकट उन यात्रियों को दिया जाता है जो ट्रेन के चलने के बाद रास्ते के किसी बड़े स्टेशन से गाड़ी में सवार होते हैं. इसके बाद PQWL कोटा का वेटिंग टिकट यात्रियों को दिया जाता है. लेकिन इन सब में अहम और जरूरी बात यात्रियों को लिए ये है कि त्योहारों के सीजन में यात्री हमेशा टिकट वहां से करें जहां से ट्रेन अपना सफर शुरू करती है. क्योंकि रेलवे त्योहारों में कई स्पेशल ट्रेनें चलाती है, इससे टिकट कंन्फर्म होने की उम्मीदें काफी ज्यादा बढ़ जाती है.
ATAS के विकल्प का चयन कर टिकट करें कंफर्म:एआई की सहायता से ट्रेन बुकिंग के प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए रेलवे ने ट्रेन ऑल्टनेट अकमडेशन स्कीम (ATAS) की शुरुआत की. दरअसल, यात्री टिकट बुक करते समय सभी ट्रेन की सीट चेक करते हैं, लेकिन किसी में कंफर्म सीट नहीं होती है तो यात्रियों को मजबूरन वेटिंग टिकट लेनी पड़ती है. कई बार तो टिकट कैंसिल भी हो जाती है. ऐसे में यदि आप टिकट बुकिंग के दौरान ATAS के विकल्प का चयन करेंगे, तो आपको दूसरे ट्रेन में सीट कंफर्म की सुविधा मिल जाएगी. यह सुविधा ATAS में उपलब्ध है.