रायपुर : बारिश के दिनों में डेंगू, मलेरिया, डायरिया और पीलिया जैसी बीमारियां तेजी से फैलती है. पीलिया वैसे तो किसी भी मौसम में हो सकता है, लेकिन खासतौर पर पीलिया के ज्यादातर मरीज बारिश के दिनों में देखने को मिलते हैं. बरसात के दिनों में दूषित और गंदा पानी से पीलिया फैलता है. पीलिया कितने प्रकार का होता है. कौन सा वायरस पीलिया के लिए ज्यादा खतरनाक माना गया है. बारिश के दिनों में दूषित और गंदा पानी से फैलने वाले पीलिया में कौन-कौन से लक्षण दिखाई पड़ते हैं. आज हम इसी के बारे में जानेंगे.
कैसे फैलता है पीलिया : मेकाहारा के एमडी मेडिसिन डॉक्टर आरएल खरे ने बताया कि "पीलिया के मरीज गर्मी और बारिश दोनों के सीजन में देखने को मिलते हैं. लेकिन बारिश में मरीजों की संख्या बढ़ जाती है. पीलिया 5 प्रकार के होते हैं, जिसमें A, B, C, D और E होता है. बारिश के मौसम में दूषित और गंदा पानी से फैलने वाला पीलिया A और E किस्म का होता है. गंदे पानी से जो वायरस फैलता है. वह हेपेटाइटिस A और हेपेटाइटिस E कहलाता है.''
पीलिया के लक्षण :डॉक्टर आर एल खरे के मुताबिक''पांचों तरह के पीलिया के लक्षण एक जैसे होते हैं. शुरुआती दो-तीन दिनों तक लगातार बुखार आना, उसके बाद उल्टी जैसा लगना या फिर उल्टी होना, पेशाब में पीलापन होना, पेट में खराबी होना, लूज मोशन होना, इसके बाद आंखों में पीलापन होना, बहुत ज्यादा वीकनेस या कमजोरी लगना. इसके साथ ही भूख ना लगना इस तरह के लक्षण पीलिया में देखने को मिलते हैं. पीलिया कम है तो लक्षण कम दिखाई पड़ेंगे. पीलिया गंभीर है तो लक्षण ज्यादा देखने को मिलेंगे.''