अजमेर : शिक्षा और पंचायत राज मंत्री मदन दिलावर ने आरोप लगाया कि 'कांग्रेस ने डॉ. भीमराव अंबेडकर अंतिम संस्कार तक नहीं होने दिया. कांग्रेस ने जितना अपमान किया है वह किसी ने नहीं किया.' गुरुवार को मदन दिलावर अजमेर दौरे पर थे. यहां सर्किट हाउस में उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इसके बाद राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सभागार में बोर्ड अधिकारियों के साथ बोर्ड के कामकाज और रीट परीक्षा 2024 को लेकर समीक्षा बैठक की.
डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर गृह मंत्री अमित शाह के दिए बयान पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि अमित शाह राष्ट्रीय लीडर हैं. शाह ने अनुसूचित जाति जनजाति के विरोध में कोई बयान नहीं दिया है. मदन दिलावर ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए आरोप लगाया कि डॉ. भीमराव अंबेडकर का जितना अपमान कांग्रेस ने किया है, उतना और किसी ने नहीं किया.
मदन दिलावर का कांग्रेस पर हमला (वीडियो ईटीवी भारत अजमेर) पढे़ं.संसद में अमित शाह ने ऐसा क्या बोला दिया जिसका बचाव करने खुद पीएम मोदी उतरे, जानें पूरा विवाद
भारत रत्न नहीं दिया गया :उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने तो राजघाट पर डॉ. भीमराव अंबेडकर का अंतिम संस्कार तक नहीं होने दिया था. कांग्रेस के सत्ता में होने के दौरान कभी भी डॉ. भीमराव अंबेडकर का चित्र लोकसभा में नहीं लगा. बीजेपी के निवेदन पर उस समय गैर कांग्रेसी सरकार ने लोकसभा में डॉ. भीमराव अंबेडकर का चित्र लगाया था. कांग्रेस ने उन्हें भारत रत्न नहीं दिया, इससे बड़ा और उनका अपमान क्या हो सकता है? अनुसूचित जाति और जनजाति की कांग्रेस दुश्मन है. कांग्रेस के प्रदर्शन हर जगह विफल हो रहे हैं.
लोकल भाषा में जल्दी सीखते हैं बच्चे :स्थानीय भाषा में अध्ययन कराए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू की है. प्रारंभिक शिक्षा के बारे में राष्ट्रीय शिक्षा नीति में यह साफ है कि स्थानीय भाषा, जिसे लोकल भाषा भी कह सकते हैं, और मातृभाषा को भी पढ़ाया जाए. उन्होंने कहा कि जब बच्चा परिवार में होता है तो अलग माहौल होता है और वही बच्चा जब स्कूल जाता है तो उसे दूसरा वातावरण नजर आता है. दूसरी भाषा का तात्पर्य यह हिंदी भाषा से भी है. बच्चे हिंदी भाषा की अपेक्षा बोलचाल की भाषा जल्दी सीखते हैं, इसलिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति में कहा गया है कि शुरुआती शिक्षा बच्चों की लोकल भाषा में ही कार्रवाई जाए. ऐसे बच्चा घर की भाषा में जल्दी बोलना सीखता है.