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भांकरोटा अग्निकांड : जिला प्रशासन का संवेदनशील प्रयास, 24 घंटे में मृतक आश्रितों के खातों में हस्तांतरित की सहायता राशि - BHANKROTA FIRE INCIDENT

भांकरोटा अग्निकांड को लेकर जयपुर जिला प्रशासन संवेदनशीलता बरत रहा है. 24 घंटे में मृतकों के आश्रितों को सहायता राशि मुहैया कराई गई.

BHANKROTA FIRE INCIDENT
मृतक आश्रितों के खातों में हस्तांतरित की सहायता राशि (ETV BHARAT JAIPUR)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 5 hours ago

जयपुर : दिल्ली-अजमेर हाइवे पर शुक्रवार को हुए भांकरोटा अग्निकांड को लेकर जयपुर जिला प्रशासन संवेदनशीलता बरत रहा है. साथ ही पीड़ितों व घायलों के सर्वोत्तम उपचार और मृतकों के आश्रित परिजनों को जरूरतों के लिए आवश्यक इंतजाम मुहैया कराने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. प्रशासन ने 24 घंटे में मृतकों के आश्रितों के खातों में सहायता राशि जमा कराई है.

इस प्रकरण में संवेदनशीलता दिखाते हुए जिला कलेक्टर के निर्देश पर मृतकों के परिजनों के बैंक खाते में सहायता राशि के हस्तांतरण की संपूर्ण प्रक्रिया महज 24 घंटे में पूरी कर ली गई है. जिला प्रशासन की ओर से 14 मृतकों में से 9 मृतकों की शिनाख्त की गई और सभी मृतक आश्रितों के बैंक खाते में मुख्यमंत्री सहायता कोष से 5-5 लाख रुपए व भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ओर से देय 6-6 लाख रुपए की मुआवजा राशि हस्तांतरित कर दी गई है.

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इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री आयुष्मान दुर्घटना बीमा योजना के बीमित 6 मृतकों के आश्रितों के बैंक के खाते में योजना के तहत 5-5 लाख रुपए की अतिरिक्त राशि हस्तांतरित की गई है. वहीं, दुर्घटना में घायलों को भी नियमानुसार सहायता राशि मुहैया करवाने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है. जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी दुर्घटना के मृतकों व घायलों के परिजनों के संपर्क में है. रविवार को जिला कलेक्टर ने दुर्घटना के मृतकों और घायलों के परिजनों से धर्मशाला में जाकर मुलाकात की व दुर्घटना को लेकर संवेदना प्रकट की. इस दौरान उन्होंने दुर्घटना के मृतकों और घायलों के परिजनों को जिला प्रशासन द्वारा हर संभव सहायता मुहैया करवाने का आश्वासन भी दिया.

इसे भी पढ़ें - भांकरोटा अग्निकांड केस : मरीजों की जान से खिलवाड़, अस्पताल प्रशासन बना मूकदर्शक - BHANKROTA FIRE INCIDENT

घायलों और मृतकों के परिजनों के ठहरने व भोजन की नि:शुल्क व्यवस्था : उच्च स्तर से प्राप्त निर्देशों की पालना में जिला प्रशासन की ओर से दिल्ली-अजमेर हाइवे पर शुक्रवार को हुए अग्निकांड के घायलों और मृतकों के परिजनों के रात्रि विश्राम व भोजन की नि:शुल्क व्यवस्था की जा रही है. घायलों और मृतकों के परिजनों के रुकने, सोने व भोजन की गुणवत्ता पूर्ण व्यवस्था के लिए अतिरिक्त उपायुक्त, जयपुर नगर निगम सीमा कुमार और जिला रसद अधिकारी त्रिलोकचंद मीणा को जिम्मेदारी सौंपी गई है. ये अधिकारी घायलों और मृतक आश्रितों के लिए रात्रि विश्राम और भोजन के इंतजाम कर रहे हैं.

इसके अलावा जिला प्रशासन की ओर से सवाई मानसिंह अस्पताल में कैंप कार्यालय संचालित किया जा रहा है. इस कैंप कार्यालय में 24 घंटे के दौरान 3 शिफ्टों में अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही है. कैंप कार्यालय की संपूर्ण प्रशासनिक व्यवस्थाओं के लिए उपखंड अधिकारी जयपुर-दक्षिण अरुण शर्मा को नोडल अधिकारी बनाया गया है.

जयपुर : दिल्ली-अजमेर हाइवे पर शुक्रवार को हुए भांकरोटा अग्निकांड को लेकर जयपुर जिला प्रशासन संवेदनशीलता बरत रहा है. साथ ही पीड़ितों व घायलों के सर्वोत्तम उपचार और मृतकों के आश्रित परिजनों को जरूरतों के लिए आवश्यक इंतजाम मुहैया कराने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. प्रशासन ने 24 घंटे में मृतकों के आश्रितों के खातों में सहायता राशि जमा कराई है.

इस प्रकरण में संवेदनशीलता दिखाते हुए जिला कलेक्टर के निर्देश पर मृतकों के परिजनों के बैंक खाते में सहायता राशि के हस्तांतरण की संपूर्ण प्रक्रिया महज 24 घंटे में पूरी कर ली गई है. जिला प्रशासन की ओर से 14 मृतकों में से 9 मृतकों की शिनाख्त की गई और सभी मृतक आश्रितों के बैंक खाते में मुख्यमंत्री सहायता कोष से 5-5 लाख रुपए व भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ओर से देय 6-6 लाख रुपए की मुआवजा राशि हस्तांतरित कर दी गई है.

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इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री आयुष्मान दुर्घटना बीमा योजना के बीमित 6 मृतकों के आश्रितों के बैंक के खाते में योजना के तहत 5-5 लाख रुपए की अतिरिक्त राशि हस्तांतरित की गई है. वहीं, दुर्घटना में घायलों को भी नियमानुसार सहायता राशि मुहैया करवाने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है. जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी दुर्घटना के मृतकों व घायलों के परिजनों के संपर्क में है. रविवार को जिला कलेक्टर ने दुर्घटना के मृतकों और घायलों के परिजनों से धर्मशाला में जाकर मुलाकात की व दुर्घटना को लेकर संवेदना प्रकट की. इस दौरान उन्होंने दुर्घटना के मृतकों और घायलों के परिजनों को जिला प्रशासन द्वारा हर संभव सहायता मुहैया करवाने का आश्वासन भी दिया.

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घायलों और मृतकों के परिजनों के ठहरने व भोजन की नि:शुल्क व्यवस्था : उच्च स्तर से प्राप्त निर्देशों की पालना में जिला प्रशासन की ओर से दिल्ली-अजमेर हाइवे पर शुक्रवार को हुए अग्निकांड के घायलों और मृतकों के परिजनों के रात्रि विश्राम व भोजन की नि:शुल्क व्यवस्था की जा रही है. घायलों और मृतकों के परिजनों के रुकने, सोने व भोजन की गुणवत्ता पूर्ण व्यवस्था के लिए अतिरिक्त उपायुक्त, जयपुर नगर निगम सीमा कुमार और जिला रसद अधिकारी त्रिलोकचंद मीणा को जिम्मेदारी सौंपी गई है. ये अधिकारी घायलों और मृतक आश्रितों के लिए रात्रि विश्राम और भोजन के इंतजाम कर रहे हैं.

इसके अलावा जिला प्रशासन की ओर से सवाई मानसिंह अस्पताल में कैंप कार्यालय संचालित किया जा रहा है. इस कैंप कार्यालय में 24 घंटे के दौरान 3 शिफ्टों में अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही है. कैंप कार्यालय की संपूर्ण प्रशासनिक व्यवस्थाओं के लिए उपखंड अधिकारी जयपुर-दक्षिण अरुण शर्मा को नोडल अधिकारी बनाया गया है.

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