पंचकूला: हरियाणा के होमगार्ड जवान भी अब ड्यूटी के दौरान सफेद कमीज और नीली पैंट में नजर आएंगे. क्योंकि होमगार्ड जवानों को ट्रैफिक पैटर्न की वर्दी डालने की मंजूरी दे दी गई है. ट्रैफिक जवानों को यह सौगात आज पंचकूला के मोगीनंद में आयोजित 62वें स्थापना दिवस परेड मार्च के दौरान दी गई. इस घोषणा के बारे में एडीजीपी सीएस राव ने बताया कि जो जवान पुलिस के साथ ट्रैफिक की डयूटी करते हैं, वो अब सफेद कमीज और नीली पैंट में नजर आएंगे.
भारत-चीन की जंग है होमगार्ड यूनिट की स्थापना का कारण- होमगार्ड के डीजीपी देशराज सिंह के आदेश पर पूरे प्रदेश के जिला कार्यालयों व प्रदेश के ट्रेनिंग सेंटर मोगीनंद पंचकूला में 62वां स्थापना दिवस मनाया गया. होमगार्ड व सिविल डिफेंस के जॉइंट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में विभाग के एडीजीपी सीएस राव ने झंडा फहराने के बाद परेड का निरीक्षण किया.
पांच टुकड़ियों का सलामी मार्च पास्ट- प्रदेश के ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में विभिन्न जिलों से आये होमगार्ड कर्मचरियों और स्वयं सेवकों की 5 टुकड़ियों ने मिलकर सलामी मार्च पास्ट से अतिथि का स्वागत किया. वहीं एडीजीपी ने बताया कि होमगार्ड संगठन को साल 1946 में बनाया गया था, जो किसी भी अप्रिय स्थिति में नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए सेना, नौसेना, वायु सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अलावा जुड़वां स्वैच्छिक संगठन नागरिक सुरक्षा और गृह रक्षक बनाया गया. उन्होंने बताया कि साल 1962 के चीन युद्ध में एक बार फिर मददगारों की जरूरत महसूस हुई और 6 दिसंबर 1962 को गृह रक्षक संगठन का पुनर्गठन किया गया.
जानमाल की रक्षा को होमगार्ड स्वयंसेवक डटे- एडीजीपी ने बताया कि कठिन परिस्तिथियों में प्राकृतिक और मानवजनित आपदाओं के दौरान लोगों की जान माल की रक्षा के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना होमगार्ड स्वयं सेवक डटे रहते हैं. प्रदेश में आज 14,025 होमगार्ड के पद स्वीकृत हैं. बताया कि सरकार से वालंटियरों की भर्ती की अनुमति मांगी गई है, अनुमति मिलने पर नई भर्तियां की जाएंगी.