कैथलः साइबर ठगी से जुड़े लोग रुपए ठगने के लिए रोजाना तरह-तरह का हथकंडा अपनाते हैं. ताजा मामला हरियाणा के कैथल जिले से है, जहां साइबर ठगों ने कैथल थानाध्यक्ष के नाम पर एक टैक्सी चालक को अपना शिकार बना लिया. मामला 13 फरवरी का है. पीड़ित व्यक्ति ने मामले में साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराकर कार्रवाई की मांग की है.
गाड़ी लेकर थाने के बाहर बुलायाः कैथल नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत अंबेडकर नगर निवासी मोहन लाल और रमेश मलिक अपनी टैक्सी चलाते हैं. 13 फरवरी को रमेश मलिक के पास एक कॉल आया. कॉल करने वाले ने खुद को एसएचओ कैथल राजेश बताया और नई दिल्ली के लिए गाड़ी बुकिंग की बात कही. रमेश ने अपने भाई मोहन लाल का नंबर दे दिया. इसके बाद मोहन लाल के व्हाट्सएप नंबर पर एसएचओ कैथल के नाम पर कॉल आया. कॉल करने वाले व्यक्ति ने मोहन लाल को नई दिल्ली जाने के लिए कैथल सदर थाने के बाहर गाड़ी लेकर आने को कहा. इस दौरान उसने बताया कि 3 लोग जायेंगे. एक घंटे का काम है. फिर वापस आयेंगे. इसके बाद मोहन लाल गाड़ी लेकर कैथल थाना के बाहर पहुंच गये.
बिन पैसा भेजे वापस मांगाः गाड़ी लेकर मोहन लाल जब थाने के गेट पर पहुंचे तो फिर थानाध्यक्ष बन कॉल आया कि मैं पैसा भेज रहा हूं. इस दौरान पैसा भेजे बिना उधर से कॉल आया कि गलती से आपके खाते में 22 हजार चले गये हैं. आप मुझे पैसे वापस भेजें. एसएचओ के नाम पर पीड़ित व्यक्ति ने डर से पैसा भेजने का निर्णय किया. पहले मोहन लाल ने 12 हजार रुपए खुद के नंबर से भेज दिया. इसके बाद 8 हजार रुपए बेटे के नंबर से और 2 हजार रुपए भाई के नंबर से भेज दिए.
थाने के भीतर जाने पर ठगी का पता चलाः काफी देर तक थाने के बाहर इंतजार के बाद जब गाड़ी के पास कोई नहीं आया तो मोहनलाल थाने के अंदर गये. वहां एसएचओ के बारे में पूछताछ के बाद पता चला, कैथल एसएचओ ने कोई गाड़ी बुक नहीं की. वह ठगी का शिकार हो चुका था. इसके बाद पीड़ित मोहन लाल ने सिविल लाइन थाने में जाकर पुलिस को मामले में शिकायत देकर कार्रवाई की गुहार लगाई है.