गोरखपुर: होली का पर्व सोमवार को पूरे देश में मनाया जाएगा. लेकिन, इसकी खुमारी लोगों में हफ्ता, दस दिन पहले से ही चढ़ती नजर आने लगती है. बाजार से लेकर मिठाई की दुकान, हर जगह होली का रंग और दिखने लगता है. इन सभी में अगर कोई वास्तविक रंग भरता है तो वह है गीत-संगीत.
चाहे वह भगवान कृष्ण और राम को लेकर गाया जाए या फिर भोजपुरी और हिंदी फिल्मों के. ऐसे गीतों के बिना यह त्योहार अधूरा लगता है. होली की मस्ती, होली का रंग, तभी लोगों पर पूरे सुरूर के साथ चढ़ता है, जब विभिन्न गीतों के साथ, ढोल-हारमोनियम की ताल पर गायक अपनी टीम के साथ राग छेड़ता है.
ईटीवी भारत ने ऐसे ही गीत संगीत से भरपूर एक आयोजन के माध्यम से, अपने दर्शकों- पाठकों को आनंदित करने का प्रयास किया है, जिसे गोरखपुर की जानी-मानी कलाकार हिना कोमल मौर्य ने अपनी टीम के साथ बेहतरीन प्रस्तुति देकर, होली के माहौल को पूरा रंगीन बना दिया.
हिना ने अपने गीतों की शुरुआत चौताल से की जो आदि परंपरा में बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. इसके साथ ही वह सुर बिखेरती जातीं और माहौल में भी रंग भरती जा रही थीं. वहीं भगवान भोलेनाथ को समर्पित ' खेलें मसाने में होली दिगंबर, खेलें मसाने में होली' जैसे गीत की भी उन्होंने शानदार प्रस्तुति दी.