देवघर: 11 अगस्त को हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में चौहान हेंब्रम नामक पुलिसकर्मी की हत्या के बाद राज्य में राजनीति तेज हो गई है. इसको लेकर असम के मुख्यमंत्री सह झारखंड विधानसभा चुनाव के प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने हेमंत सरकार को निशाने पर लिया है. गिरिडीह जाने के क्रम में रांची से देवघर एयरपोर्ट पर उन्होंने मीडिया के साथ बात की.
असम के मुख्यमंत्री सह झारखंड विधानसभा चुनाव के प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि वे आज हवलदार चौहान हेंब्रम के परिजनों से मुलाकात करने के लिए गिरिडीह जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह घटना दुखद है कि झारखंड में आदिवासी सुरक्षित नहीं है. उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ना तो पीड़ित परिवार से मिलने जाती है और ना ही मुजरिम को पकड़ने का काम कर रही है. सरकार के इस रवैया से यह पता चलता है कि झारखंड की हेमंत सरकार तुष्टिकरण की राजनीति करने को मजबूर है.
हिमंता बिस्वा सरमा ने कड़े तेवर में सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य के आदिवासी लगातार तुष्टीकरण की राजनीति के शिकार हो रहे हैं. उन्होने इस मुद्दे पर बातचीत करते हुए कहा की अगर सरकार आदिवासियों के प्रति सजग रहती और उनके हितों के बारे में सोचती तो अपराधी आज पुलिस के हाथों में होते. लेकिन सरकार सिर्फ अपने फायदे को देखते हुए राजनीति कर रही है इसीलिए अपराधी शाहिद अंसारी अब तक पुलिस के हाथों से फरार है.
वहीं उन्होंने कहा कि जब भी वह संथाल परगना में आते हैं तो यहां की पुलिस उन्हें कहीं भी जाने से रोकने का प्रयास करती है. इसी प्रकार का प्रयास आज भी किया गया है. उन्होंने कहा कि जब वह गिरिडीह के लिए निकल रहे हैं तो उन्हें जानकारी मिली है कि गिरिडीह पुलिस ने चौहान हेंब्रम के घर के सभी सदस्यों को लेकर हजारीबाग चली गई है. जिला प्रशासन को यह डर है कि अगर भाजपा के नेता पीड़ित परिवार से मिलते हैं तो कई कमी खामियां देखने को मिल सकती है. इसीलिए उनके आने से पहले ही पीड़ित परिवार को नौकरी के नाम पर हजारीबाग लेकर चले गए. बता दें कि हिमंता बिस्वा सरमा चौहान हेंब्रम के परिजनों से मिलने के बाद रांची के लिए रवाना होंगे.