कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में लंबे समय से बारिश नहीं हो रही है. जिला कुल्लू में भी सूखे के चलते किसानों और बागवानों की परेशानियां बढ़ गई हैं. वहीं, वन विभाग को भी जंगल की आग के चलते करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है. करीब डेढ़ माह में 60 से ज्यादा आगजनी के मामले दर्ज हुए हैं. जिसमें 70 हेक्टेयर वन भूमि भी आग की चपेट में आई है. हालांकि वन विभाग द्वारा आग लगाने वाले अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है.
सर्दियों में भी आग का कहर
गौरतलब है कि जिला कुल्लू में सर्दियों के मौसम में भी जंगलों में आग लगने के मामले सामने आते रहे हैं. मलाणा के साथ लगते इलाके में भी जंगल की आग की आग के चलते ढाई मंजिल मकान जल का राख हो गया था. इसके अलावा विभिन्न इलाकों में जंगल की आग के चलते सेब के बगीचे भी जल कर नष्ट हुए हैं और लोगों की खेती भी इससे प्रभावित हो रही है. ऐसे में अब वन विभाग के द्वारा पंचायत प्रतिनिधियों की भी मदद की जा रही है, ताकि जंगल में आग लगने वाले आरोपियों पर कार्रवाई की जा सके और करोड़ों रुपए की वन संपदा को जलने से बचाया जा सके.