शिमला: हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग का दल शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अगुवाई में असम के बाद अब मेघायल पहुंचा है. यहां पर शिलांग में शिक्षा विभाग के दल ने मेघालय के सीएम कोनराड संगमा के साथ एक बैठक की. इस बैठक में मेघालय के शिक्षा मंत्री आरए संगमा भी मौजूद रहे.
इस बैठक में हिमाचल और मेघालय ने अपने-अपने राज्यों के शिक्षा के क्षेत्र में बेस्ट प्रैक्टिस का ब्यौरा दिया. हिमाचल की ओर से समग्र शिक्षा राज्य निदेशक राजेश शर्मा ने प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के अलावा शिक्षा के क्षेत्र में अन्य जरूरी कदमों को लेकर एक प्रजेंटेशन दी.
इस दौरान हिमाचल शिक्षा विभाग के दल ने एशियाई विकास बैंक की मदद से मेघालय में तैयार स्कूलों का दौरा किया. हिमाचल सरकार भी प्रदेश में छात्रों के लिए राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल बनाना चाहती है. इसके तहत बनने वाले स्कूलों को मेघालय में एशियाई बैंक की मदद से बने स्कूलों की तर्ज पर बनाया जा सकता है.
उल्लेखनीय है कि मेघालय में शिक्षा और कौशल सुधार के लिए एशियाई विकास बैंक की मदद से 100 मिलियन डॉलर का एक प्रोग्राम चलाया गया है. इसके तहत मेघालय के 117 स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड किया गया है. इन स्कूलों में लैब, लाइब्रेरी व अन्य जरूरी सुविधाएं छात्रों को उपलब्ध करवाई जा रही हैं.
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा मेघालय के सीएम और शिक्षा मंत्री के साथ हुई बैठक सफल रही. इस बैठक में शिक्षा के क्षेत्र में दोनों राज्यों द्वारा किए गए कार्यों पर व्यापक चर्चा हुई. इस बैठक में दोनों राज्यों को शिक्षा के क्षेत्र में आपसी सहयोग की संभावनाएं तलाश करने में मदद मिलेगी.
उल्लेखनीय है कि उत्तर पूर्वी भारत राज्यों में से सबसे ज्यादा स्कूल और शिक्षक मेघालय में हैं. मेघालय में करीब 14 हजार स्कूल हैं और करीब 55 हजार शिक्षक हैं जो कि शिक्षा के क्षेत्र में इसकी उपलब्धि को दर्शाते हैं. ऐसे में दोनों राज्यों के बीच हुई इस बैठक से शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने में मदद मिलेगी.
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