धर्मशाला: हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र को लेकर धर्मशाला में सत्ता पक्ष के विधायक दल की बैठक मंगलवार देर रात तक चली. बैठक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई. बैठक के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, "दरअसल विपक्ष आक्रोश रैली के साथ अपने कार्यकर्ताओं में भी जोश भरना चाह रहा है. हम उसकी सराहना करते हैं, इसलिए क्योंकि हम भी विपक्ष में रहते हुए कुछ ऐसा ही करते थे. मगर साथ में हम सदन के अंदर आकर मुद्दों पर भी चर्चा किया करते थे. सत्ता पक्ष को घेरने का काम किया करते थे, जो कि विपक्ष नहीं कर रहा है."
'पांच गुटों में बंटी भाजपा'
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा पांच गुटों में बंटी हुई है, वो गुटों में ताकत दिखाने का काम करेगी. ऐसे में ये देखना बड़ा लाजमी रहने वाला है कि जयराम गुट, बिंदल गुट या बीजेपी कांग्रेस गुट, कौन गुट है जो ताकत दिखाने में सक्षम रहता है. भाजपा के सभी गुटों में ताकत दिखाने की होड़ मची है. एक गुट जो हमने भेजा है. देखते हैं कब तक एकसाथ रह पाते हैं, क्योंकि डेपुटेशन तो हमारी ओर से ही हुई है. हम चाहें तो ये कभी भी कैंसिल की जा सकती है.
वहीं, इस दौरान सीएम सुक्खू ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा, "इन गुटों की ताकत को कवर करके हम तक पहुंचाएं, ताकि देखे तो सही कि कौन कितना ताकतवर है."
वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र की बैठकों को बढ़ाने का भी हिंट दिया. बशर्ते इसमें विपक्ष अपना सहयोग जारी रखे तो, सीएम सुक्खू ने कहा, "जनता का पैसा बर्बाद करने के लिए विधानसभा नहीं चलती. अगर विपक्ष सहयोग ही नहीं करेगा तो बैठकें करके क्या कर लेंगे. बीजेपी ने प्रदर्शन का एक नया रूप अख्तियार कर लिया है. वो पहले सदन में अपनी बात रखते हैं फिर नारेबाजी करते हुए बाहर चले जाते हैं, फिर अंदर आकर वेल में आ जाते हैं, नारेबाजी करते हुए कागज फाड़ते हैं और जब हमारे मंत्री कोई जवाब देने के लिए उठते हैं तो विपक्ष पतली गली से खिसक लेते हैं, इसलिए क्योंकि वो जानते हैं कि बैठे थे तो उनके कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार की काली करतूतें यहां सबके सामने उजागर हो जाएंगी."
'विपक्ष में कुर्सी की जंग जारी'
वहीं, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इस बार का विपक्ष विधानसभा को फेस नहीं कर पा रहा, पिछले दो साल के रिकॉर्ड को देखें तो ये सदन में न तो रचनात्मक कार्य कर पाए हैं और न ही जनता के मुद्दों को उठा पाए हैं. विपक्ष सदन अप्रासंगिक मुद्दों को लेकर आ जाता है, जिनका जनता के साथ कोई लेनदेन नहीं होता. ये सिर्फ गुटों में बंटे हुए हैं और ताकत दिखाने का काम कर रहे हैं. इनके बीच गृह युद्ध चल रहा है. कुर्सी की जंग में ये एक दूसरे को खींच रहे हैं.
विपक्ष पर डिप्टी सीएम ने साधा निशाना
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल में मुर्गा और समोसा मुद्दा नहीं है, बल्कि वित्तीय संकट मुद्दा है. जो कि पूर्व सरकार के कुप्रबंधन की वजह से उपजा है. पूर्व की भाजपा सरकार के 12 हजार करोड़ रुपए के ऋण का हमने 8 हजार करोड़ रुपए ब्याज के साथ चुकता किया है. केंद्र से मिलने वाली ग्रांट को इन्होंने जाकर बंद करवाया. OPS के लिए मिलने वाली ग्रांट 8 से 10 हजार करोड़ नहीं दिया गया. GST कंपनसेशन बंद करवा दी. रेवेन्यू डेफिसिट ग्रांट 3 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगी, इस साल वो नहीं दिया गया. फिर भी विपक्ष अंदर आकर सुने तो सही हम सब सामने रखेंगे.
'सरकार के विकास कार्यों से अच्छा जाएगा सत्र'
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि बैठक में सभी विधायकों ने विभिन्न विषयों पर अपनी बात रखी है,. सकारात्मक तरीके से शीतकालीन सत्र को किस तरह से मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में चलाना है, इस पर बात की गई है. सरकार की ओर से जो विकास के अच्छे कार्य किए गए हैं, उससे सत्र अच्छा जाएगा.
भाजपा को विक्रमादित्य की दो टूक
विक्रमादित्य सिंह ने कहा, "एक बात साफ है कि हम बैक फुट पर खेलने वाले नहीं हैं. फ्रंट फुट पर खेलेंगे और चौके और छक्के मारेंगे. इसलिए अगर भाजपा ये सोच रही है कि भाजपा अपनी नकारात्मक सोच विधानसभा के भीतर चलाएगी और हमें बैकफुट पर करेगी तो मैं बताना चाहता हूं कि उनके एक-एक के लिए हम अकेले ही काफी हैं, सब मिलकर लड़ाई लड़ेंगे और पूरी मजबूती के साथ लड़ेंगे." पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि हिमाचल के मुद्दों को उठाया जाएगा, साथ ही केंद्र द्वारा हिमाचल से किए जा रहे भेदभाव को भी रखा जाएगा. हिमाचल के विकासात्मक कार्यों को आगे ले जाने का दायित्व जो सबका है, हम उसे पूरा करेंगे.
'रैलियां करना विपक्ष का अधिकार'
भाजपा की रैली को लेकर विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वो चाहे जितनी मर्जी रैलियां करें, रैलियां करना उनका अधिकार है, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि आप सकारात्मक भूमिका से आगे बढ़ें और हिमाचल के मुद्दों को उठाएं, उसमें सरकार आपका समर्थन करेगी. अगर भाजपा की ओर से हिमाचल की चुनी हुई सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगाए जाएंगे तो उसका पूरी मजबूती के साथ जवाब दिया जाएगा.