शिमला: हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग शिमला ने प्रदेश के निचले पहाड़ी इलाकों में भीषण शीतलहर की चेतावनी जारी की है. हिमाचल प्रदेश के चार निचले पहाड़ी इलाकों और मैदानी इलाकों में दो दिनों तक भीषण शीतलहर की चेतावनी जारी की गई है. ऐसे में कड़कड़ाती ठंड लोगों की मुश्किलों को बढ़ा सकती है.
इन जिलों में शीतलहर की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और मंडी जिले में कुछ जगहों पर भीषण शीतलहर जारी रहने की संभावना है. जबकि कांगड़ा में शीतलहर और कांगड़ा समेत कुल्लू में पाला पड़ने की भी संभावना है. इसी बीच मंगलवार को बिलासपुर में शीतलहर जारी रही. जबकि ऊना, सुंदरनगर और हमीरपुर भीषण शीतलहर की चपेट में रहे. वहीं, मंडी जिले की कुछ हिस्सों में हल्का कोहरा छाया रहा.
6 शहरों में तापमान माइनस में
मौसम विभाग शिमला के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश के 6 शहरों में न्यूनतम तापमान माइनस में है. ताबो में न्यूनतम तापमान -6.4 डिग्री सेल्सियस है. कुकुमसेरी में -4.6 डिग्री सेल्सियस, मनाली में -2.1 डिग्री सेल्सियस, बाजौरा में -0.8 डिग्री सेल्सियस, भुंतर में -0.5 डिग्री सेल्सियस और बिलासपुर जिले के बर्थिन में न्यूनतम तापमान -0.1 है. इसके अलावा कल्पा का 0.2, ऊना का 0.4, सुंदरनगर का 0.5, चंबा का 1.1, मंडी का 1.5, बिलासपुर का 2.2, धर्मशाला का 4.4 और शिमला का न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.
हिमाचल का अधिकतम तापमान
वहीं, अगर बात करें अधिकतम तापमान की तो मौसम विभाग के जारी आंकड़ों के मुताबिक तो मंगलवार को ऊना सबसे गर्म दिन रहा. ऊना का अधिकतम तापमान 24.4 डिग्री दर्ज किया गया. इसके अलावा धर्मशाला का 24.0, धौला कुआं का 23.8, हमीरपुर का 22.5, नाहन और कांगड़ा का 21.9, बिलासपुर का 21.7, सोलन का 21.6, भुंतर का 21.2, सुंदरनगर का 20.9 और शिमला का अधिकतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
हिमाचल में 96 फीसदी कम रही बारिश
मौसम विभाग के अधिकारी ने लोगों को शरीर को गर्म रखने, पशुओं की रक्षा करने और फसलों को ठंड और पाले से बचाने के लिए आवश्यक व्यवस्था करने की सलाह दी है. वहीं, मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 1 अक्टूबर से 17 दिसंबर तक पोस्ट मानसून बारिश की कमी 96 प्रतिशत रही, क्योंकि राज्य में 60.5 मिमी की सामान्य बारिश के मुकाबले 2.3 मिमी बारिश हुई. चंबा में बारिश की कमी 100 प्रतिशत, सिरमौर, बिलासपुर और कुल्लू में 99 प्रतिशत, कांगड़ा और सोलन में 97 प्रतिशत, शिमला में 96 प्रतिशत, लाहौल और स्पीति में 94 प्रतिशत, किन्नौर और हमीरपुर में 93 प्रतिशत, मंडी में 92 प्रतिशत और ऊना जिले में 78 प्रतिशत रही.