मंडी: हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार आने वाली 17 फरवरी को अपना दूसरा बजट पेश करने जा रही है. कांग्रेस सरकार के इस बजट से हर वर्ग आस लगाए बैठा है. कांग्रेस ने सत्ता में आने से पूर्व प्रदेश की जनता को 10 गारंटियां दी थी और इनमें से अधिकतर गारंटियां कांग्रेस अभी पूरी नहीं कर पाई है. ऐसे में प्रदेश की जनता अब कांग्रेस सरकार को इन गारंटियों को भी याद करवा रही है.
महिलाओं की बजट से उम्मीदें: इन 10 गारंटियों में कांग्रेस ने महिलाओं को हर 1500 रुपये सम्मान निधि देने की भी बात कही थी. अपने 14 माह के कार्यकाल में कांग्रेस अभी तक इस गारंटी को पूरा तो नहीं कर पाई है. प्रदेश की महिलाओं ने अब कांग्रेस सरकार से अपने दूसरे बजट में जहां इस गारंटी को पूरा करने की मांग उठाई है. वहीं, अन्य मुद्दों पर भी महिलाओं ने कांग्रेस के इस बजट से आस लगाई है.
नशे के खिलाफ एक्शन: पूर्व पार्षद व मंडी निवासी सरिता हंडा का कहना है कि प्रदेश सरकार अपने बजट में बढ़ते नशा माफिया पर नकेल कसने के लिए भी कोई बड़ा एक्शन लें, ताकि नशे की गर्त में जा चुके युवाओं को बाहर निकाला जा सके.
थिएटर कलाकारों की मांग: वहीं, 25 वर्षों से थिएटर कर रही दक्षा शर्मा ने बताया कि किसी भी सरकार ने आज दिन तक थिएटर कलाकारों की ओर ध्यान नहीं दिया. जबकि हिमाचल की संस्कृति को बचाने का रंगमंच कलाकारों का भी बहुत बड़ा योगदान है. आज के युवाओं को नशे जैसी कुरीतियों से दूर रखने के लिए संस्कृति और खेल के साथ जोड़ना बहुत जरूरी है. इस बार की सरकार से उम्मीद है कि सरकार रंगमंच कलाकारों की ओर भी ध्यान देगी और रंगमंच के पाठ्यक्रम को स्कूलों में शुरू करने का फैसला लेगी.