धर्मशाला:हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शीतकालीन सत्र के पहले दिन भाजपा ने 'कांग्रेस सरकार के 2 साल के कुशासन के खिलाफ जनाक्रोश रैली' निकाली. वहीं, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि शीतकालीन सत्र के दौरान विधानसभा के अंदर और बाहर सरकार के कारनामों की चर्चा की जा रही है. दो साल में कांग्रेस सरकार ने कारनामे किए और दोष अब भाजपा पर मढ़ा जा रहा है.
सरकार पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
बुधवार को तपोवन के पास जोरावर स्टेडियम में कांग्रेस सरकार के खिलाफ आयोजित जन आक्रोश रैली को संबोधित करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत हमने नल लगाए और उनमें पानी लाए. सत्ता में आते ही सीएम सुक्खू नल गिनने चल पड़े. जयराम ने कहा कि 5 साल में 5 लाख को रोजगार देने का वादा करने वाली सरकार 2 साल में रोजगार देने में नाकाम रही. जबकि 10 हजार आउटसोर्स कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. जयराम ठाकुर ने कहा, "अपने 2 साल का कार्यकाल पूरा होने के जश्न पर कांग्रेस सरकार ने 25 करोड़ रुपए खर्च कर दिए गए. जश्न मनाते हुए भी सरकार द्वारा भाजपा को कोसा जा रहा था. जबकि सरकार ये बताने की हिम्मत नहीं जुटा पाई की उन्होंने दो साल में प्रदेश को क्या दिया है."जयराम ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार की दो साल में एक भी उपलब्धि नहीं है, बल्कि सरकार ने इस दौरान भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं लांघ दी हैं.
'गिरवी हुआ दिल्ली का हिमाचल भवन'
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि दिल्ली में हिमाचल भवन गिरवी हो गया है. कांग्रेस को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है. जयराम ने सुक्खू सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बरसात में ब्यास नदी में आई रेत को रातों-रात गायब कर दिया गया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने ऊपर के स्तर पर जाने का सफर बहुत तय कर लिया. अब सरकार को नीचे ले जाने का सफर जनता तय करवाएगी. उन्होंने सीएम पर तंज कसते हुए कहा, "सुक्खू भाई अब सत्ता में रहने का आपका ज्यादा समय नहीं बचा."
सीएम ने की कांगड़ा की अनदेखी
पूर्व विधानसभा स्पीकर एवं सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार में विकास ठप है. गारंटियां हवा हो गई हैं और प्रदेश पर कर्ज का बोझ लाद दिया गया है. परमार ने कहा कि दो साल पहले जिला कांगड़ा की जनता ने कांग्रेस को 15 में से 11 सीटें जितवाई थी, मगर सीएम ने कांगड़ा की अनदेखी कर लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. जन आक्रोश रैली में उमड़ी भीड़ तूफान से पहले का आक्रोश है. हम न तो हिमाचल को बिकने देंगे और न ही झुकने देंगे.