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यूपी में कानून व्यवस्था को लेकर हाई लेवल मीटिंग, बाजारों में पेट्रोलिंग के साथ सोशल मीडिया की भी होगी निगरानी

सूबे में आगामी लोकसभा चुनाव और त्योहारों को लेकर पुलिस संजीदगी (election festival police activism) बरत रही है. कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए डीजीपी प्रशांत कुमार ने अफसरों के साथ अहम बैठक की.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 24, 2024, 7:28 AM IST

लखनऊ :उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी जोन के एडीजी और पुलिस कमिश्नर के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की. इस दौरान आगामी त्योहारों व लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सुरक्षा के चाक-चौबंद व्यवस्था करने के निर्देश दिए. इस दौरान एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश भी मौजूद रहे.

डीजीपी ने दिए यह निर्देश :आगामी त्योहारों के मद्देनजर सभी वरिष्ठ अधिकारी जिलों के सभी थानों के त्योहार रजिस्टर चेक करें. पूर्व में दर्ज मामलों का समय से निस्तारण करवा लें. वरिष्ठ अधिकारी स्तर पर पीस कमेटी के पदाधिकारियों और व्यापारिक संगठनों के साथ मीटिंग करें. उस दौरान जो भी मुद्दे उठे उन्हें जिला प्रशासन के सहयोग से समय से निस्तारण करा लें.

प्रमुख बाजारों में होगी नियमित पेट्रोलिंग :प्रमुख बाजारों और मॉल के आसपास वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में नियमित फुट पेट्रोलिंग करेंगे. धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर नियमित सतर्कता रखी जाएगी. संवेदनशील स्थलों पर आवश्यकतानुसार पुलिस बल और यूपी-112 के वाहनों को लगाया जाएगा.

सोशल मीडिया की करें मॉनीटरिंग :डीजीपी ने कहा कि भिसूचना तंत्र को और अधिक सक्रिय किया जाए. हर छोटी घटना को गंभीरता से लें. वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर इसकी समुचित मॉनीटरिंग की जाए. अराजकतत्वों को चिन्हित कर उनकी समीक्षा कर नियमानुसार वैधानिक कार्रवाई करें. सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्मों की मानिटरिंग की जाए. भ्रामक और आपत्तिजनक पोस्टों व अफवाहों का तत्काल संज्ञान लेकर कार्रवाई करें. अफवाहों का तत्काल खंडन भी करें.

मोबाइल पेट्रोलिंग की व्यवस्था करें :संवेदनशील स्थानों, मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों, जुलूस के मार्गों और हॉट स्पाट्स पर पर्याप्त, सृदृढ़ पुलिस प्रबन्ध, सीसीटीवी कैमरा व मोबाइल पेट्रोलिंग की व्यवस्था करें. यूपी बोर्ड समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के मद्देनजर संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर प्रभावी पुलिस प्रबंध करें. किसानों के धरना, विरोध प्रदर्शन के दृष्टिगत सतर्क नजर रखें. पूर्व में चुनाव संबंधी घटित घटनाओं का अवलोकन कर सतर्क दृष्टि रखते हुए आवश्यकतानुसार कार्रवाई करें. चुनाव के मद्देनजर मुख्यालय स्तर से जारी निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराएं.

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