रांची:चंपाई सोरेन के बागी तेवर ने इन दिनों झारखंड ही नहीं बल्कि देश की राजनीति में भी तहलका मचा रखा है. शायद ही राजनीति में रुचि रखने वाले उनकी बगावत के बारे में नहीं जानते हों. लेकिन राजनीति की विडंबना देखिए कि जिन्हें चंपाई सोरेन की नाराजगी को दूर करना चाहिए उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी ही नहीं है, जबकि चाहे राजनीति हो या व्यक्तिगत जीवन हर मोड़ पर उनके साथ चलने वाली को पल-पल की जानकारी है.
चंपाई सोरेन की नाराजगी की खबर राज्य और पार्टी के मुखिया हेमंत सोरेन को कोई जानकारी ही नहीं है. वहीं उनकी पत्नी को चंपाई सोरेन के बागी तेवर के बारे में पूरी जानकारी है. दो दिन पहले ही कल्पना सोरेन ने गिरिडीह में कहा था कि उन्होंने सोशल मीडिया पर मन की बात लिखी है, इसपर मैं कुछ कहना नहीं चाहती हूं. मैं झारखंड मुक्ति मोर्चा की सिपाही हूं. चंपाई भी जेएमएम के पुराने सिपाही है, उन्हें जो भी बात कहनी थी उसे पार्टी के अध्यक्ष या कार्यकारी अध्यक्ष से कहते तो अच्छा रहता.
दरअसल, शुक्रवार को हेमंत सोरेन जमशेदपुर के दौरे पर थे. हेमंत पूर्व सांसद सुनील महतो और पूर्व सांसद सुमन महतो की बेटी के निधन पर श्रद्धांजलि देने आए थे. इस दौरान जब उनसे चंपाई सोरेन के बार में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमें नाराजगी के बारे में कुछ पता नहीं है. जब मेरे पास जानकारी आएगी तब देखेंगे. इस कार्यक्रम में कल्पना सोरेन भी उनके साथ ही थीं.
राजनीति की विडंबना देखिए कि जो पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, कुछ दिन पहले तक मुख्यमंत्री थे, फिलहाल मंत्री पद पर काजिब हैं, उनके बारे में सीएम को कोई जानकारी नहीं है. ऐसा वो तब कह रहे हैं जबकि कुछ दिन पहले ही चंपाई सोरेन के साथ जाने वाले विधायकों को बुलाकर अपने आवास पर बात कर चुके हैं. जबकि अन्य मामलों में मुखर होकर पब्लिक फोरम पर बोलते हैं.