हरिद्वार:इन दिनों उत्तराखंड के तमाम जलाशय और नदियां विदेशी प्रवासी पक्षियों से गुलजार हैं. हरिद्वार के झिलमिल झील कंजर्वेशन रिजर्व में भी बड़े पैमाने पर विदेशी पक्षियों का झुरमुट नजर आ रहा है. जिन्हें देखने के लिए सैलानियों और फोटोग्राफरों का तांता लगा हुआ है. झील में खासकर साइबेरियन पक्षी डेरा डाले हुए हैं. जो हजारों किलोमीटर का सफर तय कर यहां पहुंचे हैं. वहीं, वन विभाग भी विदेशी मेहमानों के संरक्षण के लिए सचेत नजर आ रहा है.
करीब 22 किमी लंबा ट्रैक जंगल सफारी के लिए मुफीद:हरिद्वार स्थित झिलमिल झील संरक्षण रिजर्व का करीब 22 किलोमीटर लंबा ट्रैक जंगल सफारी के लिए बेहद मुफीद है. गंगा तट से लगे इस सफारी ट्रैक में सालभर काफी संख्या में सैलानी पहुंचते हैं. नवंबर से मार्च के महीने के बीच यहां दुर्लभ प्रजाति के विदेशी पक्षी भी डेरा डाले रहते हैं.
हजारों किमी की यात्रा कर पहुंचते हैं विदेशी परिंदे:बेहद ठंडे साइबेरियन इलाकों के पक्षी हजारों किलोमीटर की दूर तय कर अपने अनुकूल वातावरण वाले इस इलाके में प्रवास करते हैं. इनमें सुर्खाब, रिवर लैपविंग, कॉमन टील, पलाश ईगल, ब्लैक विंग्ड, रिवर टर्न, नॉर्दर्न पिनटेल, पनकौआ जैसी प्रजातियों के विदेशी मेहमान गंगा के तट पर उड़ान भरते हुए नजर आ रहे हैं.