मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर में गर्भाशय के ऑपरेशन के दौरान सकरा थाना के बाजी राउत गांव की सुनीता देवी की दोनों किडनियां निकाल ली गयी थी. मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया था. मामले के अन्य आरोपी फरार हैं. कोर्ट ने मामले में पकड़ाये आरोपी डा.पवन कुमार के खिलाफ सुनवाई करते हुए उसे दोषी करार दिया था. आज 13 जून को सजा के बिंदू पर सुनवाई होनी थी, जो टल गयी. अब इस मामले में अगली सुनवाई 18 जून को होगी.
अगली सुनवाई कब होगी: इस मामले को लेकर लोक अभियोजक जयमंगल प्रसाद ने कहा कि 13 जून को विशेष अदालत में सजा के बिंदु पर सुनवाई होनी थी. लेकिन, वह टल गई है. अब इसकी सुनवाई 18 जून को तय की गई है. लेकिन, बकरीद पर्व की वजह से सुनवाई 19 जून को होगी. आरोपी डॉक्टर को सजा दिये जाने के बिंदू पर सुनवाई की जाएगी. इस मामले का मुख्य आरोपी डॉ आरके सिंह अब भी फरार है. उसके विरुद्ध कुर्की की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. डॉ. पवन डेढ़ साल से जेल में बंद है. अब उसे कोर्ट सजा सुनाएगी.
क्या है मामला: 3 सितंबर 2022 को मुजफ्फरपुर के सकरा थाना क्षेत्र के मथुरापुर निवासी सुनीता देवी के पेट में दर्द होने पर बरियारपुर के एक क्लीनिक में ऑपरेशन किया गया था. उसके बाद से उसकी तबीयत खराब होने लगी. SKMCH में जब जांच करवायी गयी तो पता चला कि सुनीता की दोनों किडनी निकाल ली गयी है. इसके बाद इस मामले में एफआईआर दर्ज करायी गयी. सुनीता की मां तेतरी देवी के बयान पर हॉस्पिटल संचालक बरियारपुर निवासी डॉ. पवन कुमार, सर्जन डॉ. आरके सिंह, ओटी सहायक जीतेंद्र कुमार पासवान, डॉ. पवन की पत्नी और दो अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी.