छिन्दवाड़ा : बीपी शुगर मोटापे जैसी बीमारी से अगर परेशान हैं तो अपने भोजन में मिलेट्स यानी श्री अन्न को शामिल कर सकते हैं. मिलेट्स आपको बीमारियों से जल्द छुटकारा दिलाने में मदद कर सकते हैं. खुद सरकार भी इन अनाजों के उत्पादन व इनके उपयोग के लिए कई तरह से प्रचार प्रसार कर रही है. राज्य मिलेट मिशन योजनांतर्गत श्री अन्न (मिलेट्स) फसलों (कोदो, कुटकी, सवां, ज्वार, बाजरा एवं रागी) के उत्पादन व उत्पादकता व उपयोग बढ़ाने के लिए छिंदवाड़ा में मिलेट्स संगोष्ठी व जागरुकता रोड शो का आयोजन किया गया.
कृषि वैज्ञानिकों ने गिनाए मिलेट्स के फायदे
छिंदवाड़ा में आयोजित मिलेट्स संगोष्ठी व जागरूकता रोड शो 2024 की शुरुआत सांसद विवेक बंटी साहू के मुख्य आतिथ्य में हुई. कार्यक्रम के दौरान कृषि वैज्ञानिकों ने मिलेट्स की उन्नत उत्पादन तकनीक और उनके स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मिलेट्स फसलों को दैनिक आहार में शामिल करने से गंभीर बीमारियों से बचाव किया जा सकता है. इसके साथ ही उन्होंने मिलेट्स के प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन और विपणन गतिविधियों पर भी जोर दिया.
केंद्रीय बजट में दिया गया मिलेट्स पर जोर
वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत श्री अन्न का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है. श्री अन्न के लिए भारत को एक वैश्विक केंद्र बनाने और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान हैदराबाद को उत्कृष्टता केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा. बजट पेश करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि बाजरा को लोकप्रिय बनाने में भारत सबसे आगे है. इसके उपभोग से खाद्य सुरक्षा और किसानों की स्थिति में सुधार होता है. इसलिए, इसको बड़े स्तर पर लोगों के बीच प्रचारित और प्रसारित किया जाएगा.
मोटे अनाज पर सरकार दे रही 80 प्रतिशत सब्सिडी
मध्य प्रदेश सरकार मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को बीज खरीदने पर 80 सब्सिडी दे रही है. किसान मोटे अनाज के बीज सरकारी संस्थाओं से खरीद सकते हैं.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए श्री अन्न प्रोत्साहन योजना लागू करने की घोषणा की थी, जिसके तहत मोटे अनाज की खेती पर किसानों को प्रति किलो 10 रु दिए जाएंगे, जो सीधे उनके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किए जाएंगे.