गया : बिहार के गया जिले में शिक्षा व्यवस्था में फर्जीवाड़े का एक और मामला सामने आया है, जहां एक स्कूल की प्रधान अध्यापिका को फर्जी हाजिरी बनाने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. यह मामला जिले के चिताबकला गांव में स्थित मध्य विद्यालय से जुड़ा है, जहां एक शिक्षिका ने शिक्षा विभाग से इस फर्जीवाड़े की शिकायत की थी.
फर्जीवाड़े का खुलासा : शिक्षिका के ऑडियो से इस मामले की शुरुआत उस समय हुई जब शेरघाटी के चिताबकला मिडिल स्कूल की शिक्षिका स्नेहा गुप्ता का एक ऑडियो वायरल हुआ. इस ऑडियो में प्रधान अध्यापिका सविता कुमारी, जो तीन दिनों से छुट्टी पर थीं, स्नेहा गुप्ता को बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए दबाव बना रही थीं. स्नेहा गुप्ता ने इस दबाव को स्वीकार नहीं किया और इसकी जानकारी शिक्षा विभाग को दे दी. ऑडियो के शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों तक पहुंचने के बाद इस मामले की गंभीरता से जांच शुरू हुई.
शिक्षिका पर विभागीय कार्रवाई: ऑडियो में प्रधान अध्यापिका द्वारा फर्जी उपस्थिति बनाने के लिए कहे जाने के बाद शिक्षा विभाग ने तुरंत कार्रवाई की. जिला शिक्षा पदाधिकारी ओमप्रकाश ने प्रधान अध्यापिका सविता कुमारी को निलंबित कर दिया. इसके साथ ही एमडीएम प्रखंड शेरघाटी के बीआरपी कृष्णकांत को भी सेवा मुक्त करने की अनुशंसा की गई. इसके अलावा, कंप्यूटर ऑपरेटर असीम आशीष के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाने की योजना है, जिनके खिलाफ विभागीय जांच की जा रही है.
शिक्षा विभाग की प्रतिक्रिया : शिक्षा विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी से 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है. विभाग ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति सही तरीके से दर्ज हो और कोई भी फर्जीवाड़ा न हो.