हेड इंज्यूरी अवेयरनेस डे पर मिलिए हेलमेट मैन से नई दिल्ली/गाजियाबाद:नोएडा के रहने वाले राघवेंद्र को लोग हेलमेट मैन के नाम से जानते हैं. राघवेंद्र पिछले 10 सालों से लोगों को फ्री में हेलमेट बांट रहे हैं और उन्हें सुरक्षा के लिए जागरूक कर रहे हैं. साथ ही उन्हें ट्रैफिक नियमों का पालन करने की सलाह भी देते हैं. उन्होंने बताया कि तकरीबन 10 साल पहले उन्होंने अपने एक दोस्त को सड़क हादसे में खो दिया था. इस हादसे में उसके सिर पर गहरी चोट लगने से मौत हो गई थी. तब से उन्होंने संकल्प लिया कि मैं लोगों को सुरक्षा के लिए जागरूक करूंगा.
35 लोगों की बचाई जिंदगी: बीते 10 वर्षों में राघवेंद्र देश के 22 राज्यों में जाकर तकरीबन 60 हजार से अधिक लोगों को हेलमेट बाट चुके हैं. उनके इस प्रयास से अब तक तकरीबन 35 लोगों की जिंदगी बची है. राघवेंद्र का कहना है कि सबसे बड़ा अवार्ड उनके लिए 35 लोगों की जिंदगी बचाना है. माता-पिता बचपन में ही बच्चों को हेलमेट लगाने की आदत डालें ताकि बड़े होने पर जब वह दोपहिया वाहन चलाएं तो हेलमेट लगाना ना भूल सके. मां-बाप की इस छोटी सी पहल से आने वाले समय में बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे. सड़क एक्सीडेंट में हेड इंजरी की घटनाएं एक दिन शून्य हो जाएगी.
सिर की चोट को हल्के में न लें: ब्रेन इंजरी अक्सर मस्तिष्क के दबाव से जुड़ा होता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि सिर की चोट को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए. सिर की चोट को हल्के में लेने पर इसका बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है. सिर की चोट कई बार जीवन भर के लिए दिव्यांग भी बना सकती है और जान भी ले सकती है. लोगों को इसके बारे में जागरूक करने के लिए हर साल 20 मार्च को वर्ल्ड हेड इंज्यूरी अवेयरनेस डे मनाया जाता है.
2022 में भारत में कुल 4,61,312 सड़क दुर्घटनाएं:सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने 'भारत में सड़क दुर्घटनाएं- 2022' शीर्षक से एक रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसके अनुसार साल 2022 में भारत में कुल 4,61,312 सड़क दुर्घटनाएं हुईं. इनमें 1,68,491 लोगों ने अपनी जान गंवाई और कुल 4,43,366 लोग घायल हो गए. विगत वर्षों की तुलना में दुर्घटनाओं में 11.9 प्रतिशत, मृत्यु में 9.4 प्रतिशत और घायल लोगों की संख्या में 15.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
हेलमेट कैसे जीवन बचाते हैं?:एक अध्ययन के अनुसार, जब बाइक सवारों को मस्तिष्क की चोट लगती है तो हेलमेट इस चोट की गंभीर को आधा कर देता है. अमेरिकन जर्नल ऑफ सर्जरी की रिपोर्ट में यह निष्कर्ष निकाला गया कि हेलमेट पहनने वाले सवारों की चोट से मरने की संभावना 44% कम थी. राइडर्स के चेहरे की हड्डियाँ टूटने की संभावना 31% कम थी. ऐसे मेंदोपहिया ड्राइविंग के दौरान हेलमेट जिंदगी बचा सकता है.