जयपुर. बुद्ध पूर्णिमा (पीपल पूनम) 23 मई को देश के 24 लाख और प्रदेश के एक लाख घरों में हवन यज्ञ होगा. पर्यावरण संरक्षण, राष्ट्र नव निर्माण, देश में सुख-शांति-समृद्धि के लिए एक साथ एक समय में घर-घर गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा. इसे लेकर अखिल विश्व गायत्री परिवार के सदस्य घर-घर जाकर हवन कराएंगे. यज्ञ के बाद तरु प्रसाद के रूप में पौधे दिए जाएंगे. साथ ही लोगों को रक्तदान-अंगदान का संकल्प कराया जाएगा.
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में बीते कई वर्षों से वैश्विक सुख-शांति, प्रगति और एकता के लिए विराट वैश्विक यज्ञीय प्रयोग किया जा रहा है. इस वर्ष भी गायत्री परिवार बुद्ध पूर्णिमा को यज्ञ दिवस के रूप में मनाएगा. इस अवसर पर देश-विदेश में लाखों घरों में एक साथ गायत्री यज्ञ किया जाएगा. जयपुर जिले में 11 हजार घरों में गायत्री महायज्ञ करवाया जाएगा.
पढ़ें:बाड़मेर: गायत्री परिवार ट्रस्ट ने 5 लाख की जीवनरक्षक दवाएं जिला अस्पताल को भेंट कीं
वहीं पूरे प्रदेश में एक लाख और देशभर में 24 लाख स्थानों पर यज्ञ कराए जाएंगे. गायत्री परिवार के सभी शक्ति पीठ, चेतना केन्द्र, प्रज्ञा मंडल, युवा मंडल, महिला मंडल, नव चेतना विस्तार केंद्र प्रमुख, गायत्री प्रज्ञा पीठों से जुड़े सक्रिय परिजनों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है. आचार्य गण संक्षिप्त हवन सामग्री के साथ विधि-विधान से यज्ञ संपन्न कराएंगे. विशेषकर नए परिवारों में घर-घर यज्ञ कराने पर जोर दिया जाएगा. इसके अलावा कई मंदिरों में भी सामूहिक रूप से यज्ञ होगा. धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं को भी 'गृहे-गृहे यज्ञ' अभियान से जोड़ा जा रहा है.
पढ़ें:जयपुर: बुद्ध पूर्णिमा पर विश्व स्तरीय गृहे-गृहे यज्ञ अभियान के तहत हुआ हवन
आपको बता दें कि गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी, गायत्री शक्तिपीठ वाटिका और गायत्री शक्तिपीठ कालवाड़ में यज्ञ सामग्री के किट बनाकर आसपास के घरों में वितरण किया जा रहा है. रविवार को घर-घर जाकर यज्ञ किट का वितरण किया गया. साथ ही लोगों को यज्ञ करने का पत्रक देकर यज्ञ से ऑनलाइन जुड़ने का तरीका भी समझाया गया. वहीं गायत्री परिवार के जयपुर उप जोन के प्रभारी सुशील कुमार शर्मा ने बताया कि घरों के अलावा व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, मंदिरों और कॉलोनियां में यज्ञ कराया जाएगा. लोग खुद भी इस यज्ञ को कर सकते हैं. इसके प्रशिक्षण के लिए यूट्यूब, इंटरनेट, सोशल मीडिया में इसका वीडियो अपलोड किए गए हैं. अलग से मोबाइल पंडित एप भी बनाया गया है.