शिमला: हिमाचल सरकार ने केंद्रीय बजट बजट में प्रदेश की अनदेखी के आरोप लगाए हैं. वहीं, शनिवार को केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने प्रेस वार्ता बजट के बारे में पत्रकारों से चर्चा की. उन्होंने केंद्रीय बजट को विकसित भारत का मार्ग बताया और कहा कि इस बजट को अंतरिम बजट एवं आम बजट को जोड़ कर देखना चाहिए.
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने कहा 'इस बजट में हिमाचल को भी बहुत कुछ मिला है और हिमाचल का नाम केंद्रीय बजट में अंकित किया गया था. अधोसंरचना की दृष्टि से प्रदेश को बहुत लाभ हुआ है, अधोसंरचना के लिए जहां देश भर में 11 लाख 11 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है जो कि देश के जीडीपी का 3.4% है. हिमाचल में भी अनेकों राज्यमार्ग का काम चल रहा है. इस बजट में इन सभी परियोजनाओं को बड़ा बल मिलेगा.'
केंद्रीय मंत्री ने कहा 'हाइवे की दृष्टि से पठानकोट-मण्डी 10067 करोड़, मटौर-शिमला 10512 करोड़, कीरतपुर-मण्डी-कुल्लू-मनाली-13784 करोड़, पिंजौर-बद्दी-नालागढ़ 1692 करोड़, परवाणू-सोलन-कैथलीघाट-शिमला 7632 करोड़ रुपये का रुपये का काम चल रहा है. हिमाचल को केंद्रीय आमदनी में से 10351.82 करोड़ की राशि प्राप्त होगी. हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि इसी प्रकार सुरंगों की दृष्टि से पठानकोट-मण्डी मार्ग पर 5 टनल्स 2472 करोड़ रू, मटौर-शिमला पर 3 टनल्स 1747 करोड़, कीरतपुर-मण्डी-कुल्लू-मनाली पर 4 टनल्स 5632 करोड़ रू, परवाणू-सोलन-कैथलीघाट-शिमला में 4 टनल्स-1231 करोड़ रू के एतिहासिक कार्य हुए हैं. इन सभी परियोजनाओं को बजट की दृष्टि से बल मिलेगा.'
राज्यमंत्री ने कहा 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख के द्रास- कारगिल में कारगिल विजय दिवस रजत जयंती समारोह के शुभ अवसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसी मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिकुंला सुरंग की आधारशिला रखी. सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने निम्मू- पदम-दारचा सड़क पर 15,800 फीट की ऊंचाई पर शिंकुला दर्रे पर 1,681 करोड़ रुपए की लागत से 4.1 किलोमीटर लंबी ट्विन-ट्यूब सुरंग का निर्माण किया जा रहा है. यह टनल हिमाचल के लाहौल और लद्दाख के जांस्कर क्षेत्र को आपस में जोड़ेगी.'
ये भी पढ़े: ग्लोबल वार्मिंग से बढ़ा इस ग्लेशियर लेक का क्षेत्रफल, त्रासदी का कारण बन सकती है ये खूबसूरत झील