वाराणसी : ज्ञानवापी मामले में मूल वाद 1991 और श्रृंगार गौरी के दर्शन को लेकर अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई हो रही है. आज वाराणसी के जिला कोर्ट में श्रृंगार गौरी के मुख्य मुकदमे के साथ जोड़े गए अन्य मुकदमों की भी सुनवाई हुई. इसमें व्यास जी तहखाने की मरम्मत, नमाजियों को तहखाने की छत पर जाने से रोकने और परिसर के अन्य हिस्सों का वैज्ञानिक सर्वे कराने की मांग वाली याचिका पर दोनों पक्ष के वकीलो ने अपनी बात रखी. कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 21 सितंबर की तारीख तय की है.
जिला एवं सत्र न्यायालय में श्रृंगार गौरी के दर्शन-पूजन के मुख्य केस समेत ज्ञानवापी से जुड़े 7 अन्य केसों पर भी सुनवाई हुई. नए जिला जज के आने के बाद अब तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी है. इसके लिए वकीलों ने पूरी तैयारी की है. इसमें 5 महिला वादी ज्ञानवापी परिसर में श्रृंगार गौरी और अन्य देवताओं की पूजा की मांग कर रहीं हैं. रेखा पाठक, मंजू व्यास, लक्ष्मी देवी और सीता साहू की तरफ से जिला जज की अदालत में आवेदन देकर वर्ष 1991 के लॉर्ड विश्वेश्वर मूल वाद को स्थानान्तरित कर श्रृंगार गौरी मूल वाद के साथ न्यायहित में एक साथ सुनवाई किए जाने का आग्रह किया गया है.