ग्वालियर।राजनीति संभावनाओं का खेल है, यहां बाजी कभी भी पलट सकती है. एक वोट से सरकार गिर सकती है, एक नेता नायक बन सकता है. कहीं कोई विभीषण बनकर किला ढहा सकता है. इसीलिए कहा जाता है की राजनीति में कभी भी कुछ भी हो सकता है. और मध्य प्रदेश सियासत में नए-नए पैन इतिहास में जोड़ रहा है. क्योंकि एक नेता को मंत्री बनाने के लिए मोहन सरकार का विस्तार किया गया है. आईए जानते हैं कौन हैं रामनिवास रावत जिन्हें मध्य प्रदेश सरकार में मिनिस्टर बनाया गया है. RAM NIWAS RAWAT BECAME MINISTER
अहम पदों पर रह चुके हैं रामनिवास रावत
रामनिवास रावत का नाम मध्य प्रदेश में ओबीसी वर्ग के बड़े नेताओं में शुमार है. वह अपनी विजयपुर विधानसभा सीट पर छह बार विधानसभा का चुनाव लड़कर विधायक चुने गए हैं. मूलत कांग्रेस में लंबे समय तक रहे रावत कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके हैं. आधिकारिक तौर पर मोहन सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बना दिया गया है. रामनिवास रावत दिग्विजय सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर भी रह चुके हैं.
6 बार जीते विधानसभा चुनाव, मंत्री भी रहे
विजयपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच उनका दबदबा और रुतबा इतना है कि जब विधानसभा के चुनाव होते हैं तो रिजल्ट पहले से तय होता है. रावत ने जीवन का पहला विधानसभा चुनाव 1990 में लड़ा, 1993 में वे एक बार फिर विधायक चुने गए अपने दूसरे विधायक की कार्यकाल के दौरान दिग्विजय सरकार में उन्हें कैबिनेट मिनिस्टर का पद मिला, इसके बाद उन्होंने 2003 का चुनाव भी लड़ा जब बीजेपी की सरकार बनी थी. लेकिन विजयपुर में जनता ने एक बार फिर कांग्रेस से लड़े रामनिवास रावत को ही चुना था. 2008 और 2013 में भी रावत को जनता का समर्थन मिला, लेकिन जब 2018 के विधानसभा चुनाव हुए तो पहली बार रावत को हार का सामना करना पड़ा. लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर जनता ने उन्हें विधायक बना दिया.
लोकसभा 2024 के दौरान ली बीजेपी की सदस्यता
इतने सालों तक कांग्रेस में रहने के बावजूद बकौल रामनिवास रावत जनता के विकास के लिए उतना काम नहीं कर पाए जितना करना चाहते थे. इसलिए 30 अप्रैल 2024 को लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा के सामने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली.