देहरादून: उत्तराखंड में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट को धामी सरकार धरातल पर उतारने की कवायद में जुटी है. दून में आयोजित कार्यक्रम में सीएम धामी ने कुल एमओयू का 20 फीसदी धरातल पर उतारने की बात कही है. बड़ी बात ये है कि राज्य सरकार की ओर से पिछले कुछ ही महीनों में इस टारगेट को हासिल किया है. जबकि, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अब इंडस्ट्री से जुड़े अधिकारियों को शत प्रतिशत लक्ष्य को पाने के निर्देश दे दिए हैं.
बता दें कि उत्तराखंड में दूसरा ग्लोबल इन्वेस्टर समिट पिछले साल यानी 9 दिसंबर 2023 में आयोजित किया गया था. इस दौरान राज्य में कई उद्योगपतियों ने निवेश करने की इच्छा भी जाहिर की थी. शायद यही कारण है कि उत्तराखंड में 3.5 लाख करोड़ के एमओयू यानी समौझाता ज्ञापन (Memorandum of Understanding) किए गए. इसके बाद राज्य सरकार तेजी से इन करार को अमली जामा पहनाने में जुट गया है.
ग्लोबल इन्वेस्टर सम्मिट को करीब 3 महीने हो चुके हैं. इन तीन महीनों में राज्य सरकार ने 20 फीसदी करार को धरातल पर उतारने का दावा किया है. वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में जिस तरह से उद्योग धरातल पर उतर रहे हैं, उसके पीछे की सबसे बड़ी वजह वो उद्योगपति हैं, जिन्होंने उत्तराखंड में निवेश करने का मन बनाया है.
उन्होंने कहा कि लगातार निवेशकों के सुझाव राज्य को इन्वेस्टर समिट के लिए मिलते रहे और इसी आधार पर सरकार एक सफल इन्वेस्टर समिट करवा पाई. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के बाद उत्तराखंड निवेश का नया हब बन कर उभर रहा है. राज्य की सुदृढ़ कानून व्यवस्था, बेहतर रोड कनेक्टिविटी और निवेश की अनुकूलता के कारण देश विदेश के निवेशक यहां निवेश करने के लिए उत्सुक हैं. अब इन्वेस्टर्स समिट में हुए निवेश की ग्राउंडिंग लगातार बढ़ती जा रही है.