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बंजार में बड़े स्तर पर अवैध कटान, सुक्खू सरकार पर फूटा पूर्व मंत्री का गुस्सा, लगाए ये गंभीर आरोप - Govind Thakur Targets Sukhu Govt

Illegal felling in Banjar Forest: बंजार में बड़े पैमाने पर पेड़ों के अवैध कटान को लेकर पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार के संरक्षण के बल पर ही ये वन माफिया इतनी बड़ी तादाद में हरे-भरे पेड़ों को निशाना बना रहे हैं.

GOVIND THAKUR TARGETS SUKHU GOVT
वनों के अवैध कटान पर गोविंद ठाकुर ने सुक्खू सरकार को घेरा (ETV Bharat)

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 18, 2024, 2:02 PM IST

Updated : Aug 18, 2024, 2:35 PM IST

कुल्लू:भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने बंजार विधानसभा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हुए अवैध कटान की घटना पर गंभीर चिंता व्यक्त की है. इस मामले में उन्होंने सुक्खू सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए इसे राज्य में पनप रहे माफिया तंत्र का स्पष्ट उदाहरण बताया है. गोविंद ठाकुर ने कहा कि बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में इस अवैध कटान की पुष्टि की गई है. उन्होंने कहा कि लगभग 400 से ज्यादा हरे पेड़ों को नियमों के खिलाफ काटा गया है. ये बेहद गंभीर स्थिति है.

गोविंद सिंह ठाकुर, पूर्व मंत्री (ETV Bharat)

पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा, "वन विभाग केवल सूखे और गिरे हुए पेड़ों को ही काटने की अनुमति देता है, जबकि यहां हरे-भरे पेड़ों को निशाना बनाया गया है. कटे गए पेड़ों को जिस स्थान पर रखा गया है, वहां पर लगभग दस हजार स्लीपर मिले हैं, जिनमें से 80-85% हरे पेड़ों के हैं. ये स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि इस अवैध कार्य में व्यापक स्तर पर अनियमितता हुई है."

गोविंद सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया कि सुक्खू सरकार के कार्यकाल में हर प्रकार का माफिया, चाहे वह शराब माफिया हो, खनन माफिया हो या वन माफिया हो पनप रहा है. इन माफियाओं को सरकार का संरक्षण प्राप्त है, जिसके कारण ये अवैध गतिविधियां बेखौफ होकर कर रहे हैं. उन्होंने राज्य सरकार से इस मामले में तुरंत और सख्त कार्रवाई की मांग की है.

सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग

गोविंद ठाकुर ने कहा कि अगर इस अवैध कटान में कोई ठेकेदार या सरकारी अधिकारी संलिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने सुक्खू सरकार को ये भी चेतावनी दी कि इस मामले में संलिप्त लोग जांच से पहले सबूतों को मिटाने की कोशिश कर सकते हैं, इसलिए समयबद्ध और निष्पक्ष जांच की जरूरत है.

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Last Updated : Aug 18, 2024, 2:35 PM IST

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