जबलपुर:किसान संगठन आरोप लगा रहे हैं कि खरीदी केंद्रों पर सरकार समर्थन मूल्य पर धान खरीदना नहीं चाह रही है. इसीलिए केंद्रों पर अव्यवस्थाएं देखने को मिल रही हैं. वहीं दूसरी तरफ प्रशासन ने उनके आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि इसके पीछे वेयरहाउस संचालक हैं. वेयरहाउस संचालक किसानों और सरकार के बीच में खाई खड़ी कर रहे हैं.
किसानों को अपना धान खुली मंडियों में कम दामों पर बेचना पड़ रहा
भारतीय किसान संघ के नेता राघवेंद्र पटेल का आरोप है "ऐसा लग रहा है कि सरकार समर्थन मूल्य पर धान खरीदी नहीं करना चाहती. इसलिए धान खरीदी केंद्र कम बनाए गए हैं और खरीदी केंद्रों पर अव्यवस्था हो रही है. इसकी वजह से किसानों को अपना धान खुली मंडी में कम दामों पर बेचना पड़ रहा है."
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वहीं मध्य प्रदेश खाद्य आपूर्ति निगम के पूर्व प्रबंध संचालक व वर्तमान में जबलपुर के कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेनाका कहना है "इस साल वेयरहाउस लॉबी सरकार के खिलाफ माहौल बना रही है कि सरकार समर्थन मूल्य पर धान खरीदी नहीं करना चाहती. किसान वेयरहाउस मालिकों द्वारा बनाए जाने वाले माहौल में न फंसें. वेयरहाउस मालिकों का धान खरीदी की पूरी व्यवस्था में कोई हस्तक्षेप नहीं है. यह माल सरकार खरीदती है, वेयरहाउस मालिकों को धान के भंडारण का पैसा दिया जाता है. इसमें इनका कोई सीधा हस्तक्षेप नहीं है. यदि कोई वेयरहाउस संचालक खरीदी केंद्र पर किसानों को परेशान करता है तो प्रशासन से इसकी शिकायत की जा सकती है."