गोरखपुर :अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन के मंच से रविवार को गोरखपुर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धर्मांतरण और हिंदू बनकर पुजारी की हत्या करने जैसे मामले में मुस्लिम युवकों और मौलवी के कृत्यों को उजागर किया. इस दौरान उन्होंने 11 सितंबर 2024 की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि बाटला हाउस का मौलवी धर्मांतरण कराता था. उसके निशाने पर मूकबधिर थे, तो पुजारी की हत्या करने हिंदू बनकर मुस्लिम युवक पहुंचे थे.
उन्होंने कहा कि अभी 3 महीने पहले कोर्ट ने ऐसे मौलवी और उसके साथ लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई. उन्होंने इस घटना के पीछे की कहानी का भी अधिवेशन के दौरान देश के विभिन्न प्रांतों से आए हुए, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के बीच विस्तार से चर्चा की. योगी ने कहा कि जब उन्हें पता चला कि बटला हाउस से संचालित एक संस्था ऐसे बच्चों को स्मार्टफोन देकर बहला फुसला रही है और स्मार्टफोन के जरिए कोडवर्ड में बाटला हाउस की संस्था को ट्रेनिंग देती थी और धर्मांतरण करा रही थी.
जब इस मामले का पर्दाफाश हुआ, तो हम लोगों को पता चला कि 500 परिवारों को संस्थान ने अपनी चपेट में लिया था. इस केस में 3 महीने पहले कोर्ट ने 7 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. योगी ने कहा कि हमारे आपके बीच में ऐसे लोग छद्म रूप से छिपे हैं, जो धर्मांतरण कर रहे हैं. इस पर लगाम लगाने के लिए समाज के प्रबुद्ध जन और जागरूक नागरिकों को आगे आना होगा. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जैसी संस्था तो इसमें महत्वपूर्ण रोल अदा कर सकती है.
इस दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अधिवेशन में इस साल के यशवंत राव केलकर युवा पुरस्कार की घोषणा की गई. यह पुरस्कार श्रवण और दिव्यांग जनों खासकर मूकबधिर में कौशल विकास और शिक्षा के माध्यम से जीवन उद्देश्य और उत्साह उत्पन्न करने में, महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए महाराष्ट्र के थाने के दीपेश नायर को दिया गया.