देवघर:जिले के रिखिया थाना स्थित नवोदय विद्यालय में सोमवार को एक छात्रा ने आत्महत्या कर ली. घटना के संबंध में छात्रा के पिता विमलेश सिंह का कहना है कि जैसे ही उन्हें पता चला कि उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है, वे दुमका से देवघर पहुंचे. उन्होंने बताया कि उनकी बेटी 11वीं कक्षा में पढ़ती थी, वह पढ़ाई में काफी अच्छी थी. लेकिन इसके बावजूद उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि उसने आत्महत्या कर ली.
उन्होंने नवोदय विद्यालय प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले कई महीनों से विद्यालय में राजनीति चल रही थी, इसी कारण उनकी बेटी थोड़ी परेशान थी. विद्यालय के लाइब्रेरी टीचर और फिजिक्स टीचर प्रतिदिन बच्चों पर बेवजह हुक्म चलाते हैं, जिससे कई बच्चे परेशान हैं. इस बात की शिकायत उनकी बेटी ने भी की थी.
उन्होंने विद्यालय प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए पूछा कि सोमवार दोपहर जब उनकी बेटी ने आत्महत्या की, तो विद्यालय प्रबंधन ने उन्हें तुरंत सूचना क्यों नहीं दी. उन्होंने यह भी कहा कि विद्यालय प्रबंधन ने बिना किसी को सूचना दिए तुरंत उनकी बच्ची के शव को सदर अस्पताल भेज दिया.
स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप
विमलेश सिंह ने बताया कि स्कूल प्रबंधन लापरवाही बरत रहा है. इसी कारण उनकी बेटी की मौत हो गई. बच्ची की मौत के बाद माता-पिता सदर अस्पताल में रोते रहे, हालांकि परिजनों ने मृतक बच्ची के परिजनों को संभाला. मृतक बच्ची के पिता विमलेश सिंह ने बताया कि उन्हें यह भी जानकारी मिली है कि उनकी बच्ची ने सुसाइड नोट भी लिखा है, लेकिन उन्हें सुसाइड नोट नहीं मिला है.
उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर संदेह जताते हुए कहा कि उनकी बेटी को सुसाइड नोट लिखने के लिए मजबूर किया गया, क्योंकि उनकी बेटी पढ़ाई में अच्छी होने के साथ-साथ दिल और दिमाग से भी काफी मजबूत थी. इसलिए उन्हें पूरा भरोसा है कि उनकी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती.