सिमडेगा : 8 नवबंर को सिमडेगा में राहुल गांधी की चुनावी रैली होने वाली है. जिसकी तैयारियों का जायजा लेने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश सिमडेगा पहुंचें. इस दौरान उन्होंने तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की. जिसमें जिले के दोनों विधानसभा क्षेत्रों के विधायक समेत कई कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे. इसके बाद उन्होंने गांधी मैदान कार्यक्रम स्थल जाकर निरीक्षण किया.
इस दौरान कांग्रेस प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने मीडिया के सवालों के जवाब दिए. उनसे पूछा गया कि महागठबंधन का घोषणा पत्र भाजपा के घोषणा पत्र से छोटा लग रहा है. इस पर गुलाम अहमद मीर ने भाजपा के घोषणा पत्र को जुमला बताया, जबकि महागठबंधन द्वारा जारी घोषणा पत्र को गारंटी करार दिया है. उन्होंने कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल का उदाहरण दिया.
इसके अलावा उनसे पूछा गया कि क्या केंद्र की भाजपा सरकार घुसपैठियों और बांग्लादेशियों, रोहिंग्याओं की पहचान कर उन्हें देश से बाहर भेजती है, तो क्या कांग्रेस पार्टी इस फैसले में केंद्र सरकार का साथ देगी या पहले की तरह इन मुद्दों का राजनीतिकरण करेगी? इस पर प्रदेश प्रभारी ने कहा कि पहले केंद्र सरकार काम शुरू करे फिर देखेंगे कि उस समय हमें क्या फैसला लेना है. हालांकि इसके बाद सवालों से झल्लाए कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर अपनी कुर्सी से उठकर चले गए.
सिमडेगा के दोनों कांग्रेस विधायकों के 5 साल के कार्यकाल के मूल्यांकन से संबंधित सवाल पूछे जाने पर कांग्रेस प्रभारी ने यह भी माना कि जनता की उम्मीदों के विपरीत एक विधायक के खिलाफ शिकायत आई थी. लेकिन विधानसभा चुनाव में किसी व्यक्ति को नहीं बल्कि मिशन, एजेंडा और गठबंधन को वोट देना है. इसलिए गलती माफ की गई है. राज्य में महागठबंधन की सरकार बनानी है.