नई दिल्ली: फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के आंकड़ों के अनुसार, त्योहारी सीजन में बड़ी छूट और ग्रामीण आय में वृद्धि के कारण भारत में कारों, दोपहिया और वाणिज्यिक वाहनों की कुल खुदरा बिक्री अक्टूबर में 32 प्रतिशत बढ़कर 28.33 लाख यूनिट्स हो गई, जो पिछले साल इसी महीने में 21.44 लाख यूनिट्स थी.
FADA ने कहा कि "इस वर्ष अक्टूबर में मजबूत वृद्धि मुख्य रूप से ग्रामीण बाजार के कारण हुई, विशेष रूप से दोपहिया और पैसेंजर व्हीकल की बिक्री में तेजी आई, जिसे रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि से समर्थन मिला."
त्योहारी मांग, विशेष रूप से स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहनों (एसयूवी) के लिए, साथ ही नए मॉडल लॉन्च और ऑफर के कारण महीने के दौरान कार की बिक्री 32.4 प्रतिशत बढ़कर 4,83 लाख यूनिट्स हो गई, लेकिन इन्वेंट्री का स्तर ऊंचा बना रहा.
आंकड़ों के अनुसार, महीने के लिए दोपहिया वाहनों की बिक्री 20.7 लाख यूनिट्स दर्ज की गई, जो अक्टूबर 2023 में 15.14 लाख यूनिट्स थी, जिसके चलते 36.35 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. वहीं अक्टूबर 2024 में तिपहिया वाहनों की बिक्री सालाना आधार पर 11.45 प्रतिशत बढ़कर 1.23 लाख यूनिट्स हो गई.
FADA द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर के दौरान ट्रैक्टर की बिक्री 3.08 प्रतिशत बढ़कर 64,433 यूनिट्स हो गई, जबकि एक साल पहले यह 62,542 यूनिट्स थी. अक्टूबर में प्रमुख त्यौहारों (नवरात्रि और दिवाली) के एक साथ आने से उपभोक्ता मांग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई. आकर्षक त्यौहारी ऑफर, नए मॉडल लॉन्च और बेहतर स्टॉक उपलब्धता के कारण दोपहिया वाहनों में साल-दर-साल 36 प्रतिशत और महीने-दर-महीने 71 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में रुझान, अनुकूल मानसून और अच्छी फसल की उम्मीदों ने भी वृद्धि में योगदान दिया. इसके अलावा, यात्री वाहनों की बिक्री में 32 प्रतिशत की सालाना और 75 प्रतिशत की मासिक वृद्धि त्योहारी मांग, आक्रामक ऑफर और नए मॉडल की शुरूआत के कारण हुई.
FADA समग्र ऑटोमोबाइल उद्योग की निकट अवधि की वृद्धि के बारे में आशावादी है, खासकर आने वाले शादियों के मौसम को देखते हुए. हालांकि, डीलरों के संगठन ने कहा कि इन्वेंट्री ओवरस्टॉक और आर्थिक प्रतिकूलताओं जैसी संभावित चुनौतियों से साल के अंत में बिक्री की गति प्रभावित हो सकती है, जिसके परिणामस्वरूप इस साल के अंत तक छूट जारी रह सकती है.