हरिद्वार: गंगा में अवैध खनन का आरोप लगाकर मातृ सदन संस्था के संत ब्रह्मचारी दयानंद का अनशन जारी है. उनके अनशन के बाद साधु संतों और धार्मिक संगठनों की प्रतिक्रिया भी देखने को मिल रही है. इसी कड़ी में गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने भी खनन को लेकर बयान दिया है. उन्होंने गंगा की अविरलता के लिए समतलीकरण को वैध बताया है.
गंगा सभा ने कहा- मामले में न हो राजनीति:हरिद्वार गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पिछले कुछ दिनों से हरिद्वार में मां गंगा को लेकर एक विवाद और भ्रम की स्थिति हुई है. जिसे लेकर राजनीति भी की जा रही है, जो बिल्कुल भी उचित नहीं है.
उन्होंने कहा कि बरसात के कारण गंगा का मार्ग अवरुद्ध हो जाता है. इसलिए गंगा के निर्बाध प्रवाह के लिए नियमानुसार निश्चित दायरे में समतलीकरण होना चाहिए. उन्होंने कहा कि गंगा पर राजनीति बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए. यदि कहीं कोई भ्रम की स्थिति है तो सबको आगे आकर इसका हल निकालना चाहिए.
7 दिसंबर से अनशन पर बैठे संत दयानंद:बता दें कि कुंभ मेला क्षेत्र में शासन के आदेश के बाद गंगा की नील धारा में सफाई और समतलीकरण का काम मशीनों के जरिए किया जा रहा है, जिसको हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना बताते हुए गंगा की अविरलता और स्वच्छता के लिए कार्य करने वाली संस्था मातृ सदन के संत स्वामी दयानंद बीती 7 दिसंबर से अनशन पर बैठे हैं.