बिहार

bihar

ETV Bharat / state

अररिया में फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी करने वाले 4 शिक्षक बर्खास्त, फेक डॉक्यूमेंट के आधार पर सालों से कर रहे थे काम - Bihar Fake Teacher

BIHAR FAKE TEACHER: फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी करने वाले चार शिक्षकों को शिक्षा विभाग ने किया बर्खास्त कर दिया है. साथ ही इन चारों पर सर्टिफिकेट केस दर्ज करने की तैयारी भी है. ये फर्जी शिक्षक भरगामा और नरपतगंज प्रखंड में नौकरी कर रहे थे.

अररिया में फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी करने वाले 4 शिक्षक बर्खास्त, फेक डॉक्यूमेंट के आधार पर सालों से कर रहे थे काम
अररिया में फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी करने वाले 4 शिक्षक बर्खास्त, फेक डॉक्यूमेंट के आधार पर सालों से कर रहे थे काम

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Apr 23, 2024, 6:42 PM IST

अररिया:फर्जी डिग्री लेकर नौकरी करने वाले चार शिक्षकों पर जिला शिक्षा विभाग के डीपीओ ने सर्टिफिकेट केस दर्ज करने का निर्देश दिया है. साथ ही इन्हें बर्खास्त कर दिया गया है. ये चारों शिक्षकफर्जी दस्तावेजके सहारे जिले में वर्षों से नौकरी कर रहे थे.

अररिया के 4 शिक्षक बर्खास्त: सक्षमता परीक्षा के बाद विभागीय जांच में फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ है. फर्जी शिक्षकों में भरगामा प्रखंड स्थित आदर्श मवि सिमरबनी की प्रियंका कुमारी, भरगामा के ही उत्क्रमित मवि पैकपार की मंजू कुमारी, नरपतगंज प्रखंड स्थित मवि खाब्दह डूमरिया की ज्योति कुमारी और रानीगंज प्रखंड के प्रावि कोहबरा विशनपुर के संजय कुमार शामिल हैं.

4 शिक्षक बर्खास्त

फर्जी सर्टिफिकेट पर कर रहे थे नौकरी:जिला स्थापना डीपीओ रवि रंजन ने बताया कि ये चारों शिक्षक फर्जी बीटेट, सीटेट व एसटीईटी प्रमाणपत्र के सहारे जिले में वर्षों से नौकरी कर रहे थे. स्थापना डीपीओ रवि रंजन ने बताया कि भरगामा और नरपतगंज के नियोजन इकाई के सचिव को प्राथमिकी दर्ज करने के साथ सर्टिफिकेट केस भी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है.

"नियोजन इकाई से कार्रवाई कर तीन दिनों के अंदर रिपोर्ट की तलब की गई है. इन चारों शिक्षकों के बीटेट, सीटेट व एसटीईटी क्रमांक फर्जी पाए गए थे. इन लोगों ने अपने प्रमाणपत्रों के सत्यापन जांच में उपस्थित न होकर अन्य कारण बताते हुए त्याग पत्र दे दिया था, लेकिन विभाग इनपर सर्टिफिकेट केस कर विभागीय कार्रवाई करेगा. फिलहाल चारों शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है."- रवि रंजन,जिला स्थापना डीपीओ

ऐसे मामला हुआ उजागर: दरअसल सक्षमता परीक्षा के आवेदन के क्रम में शिक्षा विभाग को 1051 ऐसे शिक्षक मिले थे जिनमें एक शिक्षक पात्रता रोल नंबर पर एक से अधिक शिक्षक कार्यरत थे. इसके बाद जांच समिति बनाई गई. डॉक्यूमेंट्स के फिजिकल वेरिफिकेशन के क्रम 420 शिक्षक शामिल नहीं हुए थे.

इसे भी पढ़ें-सक्षमता परीक्षा में फर्जी सर्टिफिकेट के संदेह के घेरे में आए 420 शिक्षक, शिक्षा विभाग ने डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए दिया आखिरी मौका - Bihar Shakshamta Pariksha

ABOUT THE AUTHOR

...view details