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'टिहरी वाटर स्पोर्ट्स कप' का रंगारंग आगाज, खेल मंत्री रेखा आर्य ने झील में किया कैनो स्प्रिंट - TEHRI WATER SPORTS CUP 2024

टिहरी झील में चार दिवसीय 'टिहरी वाटर स्पोर्ट्स कप' शुरू, क्वालीफाई करने वाले प्रतिभागी 38वां क्वालीफायर राष्ट्रीय खेल 2024 में करेंगे प्रतिभाग

Tehri Water Sports Cup
टिहरी झील में कैनो स्प्रिंट करतीं खेल मंत्री रेखा आर्य (फोटो- ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 10, 2024, 9:33 PM IST

टिहरी:एशिया के सबसे बड़े बांधों में शुमार टिहरी झील में 35वीं सीनियर पुरुष एवं महिला राष्ट्रीय खेल कैनो स्प्रिंट चैंपियनशिप 2024 के तहत 'टिहरी वाटर स्पोर्ट्स कपट का आगाज हो गया है. जिसका उद्घाटन कैबिनेट एवं खेल मंत्री रेखा आर्य ने किया. इस दौरान रेखा आर्य ने टिहरी झील में कैनो स्प्रिंट भी किया. मंत्री आर्य ने कहा कि उत्तराखंड में खिलाड़ियों के लिए अपार संभावनाएं और क्षमताएं हैं. वहीं, इस स्पोर्ट्स कप में विभिन्न राज्यों के 22 टीमों के करीब 514 खिलाड़ी प्रतिभाग करेंगे.

बता दें कि टिहरी झील में चार दिवसीय तीसरे टिहरी वाटर स्पोर्ट्स कप शुरू चुका है. टिहरी वाटर स्पोर्ट्स कप में क्वालीफाई करने वाले खिलाड़ी 38वें क्वालीफायर राष्ट्रीय खेल 2024 में प्रतिभाग करेंगे. बतौर मुख्य अतिथि पहुंचीं खेल मंत्री रेखा आर्य ने विभिन्न विभागीय स्टॉलों का निरीक्षण भी किया. साथ ही राष्ट्रीय खेल कैनो स्प्रिंट चैंपियनशिप के तहत आयोजित 1000 मीटर रेस कैनोइंग प्रतियोगिता का शुभारंभ किया.

'टिहरी वाटर स्पोर्ट्स कप' का रंगारंग आगाज (वीडियो- ETV Bharat)

विभिन्न राज्यों के 514 खिलाड़ी ले रहे हिस्सा: टीएचडीसी अधिशासी निदेशक एलपी जोशी ने बताया कि 35वीं सीनियर पुरुष एवं महिला राष्ट्रीय खेल कैनो स्प्रिंट चौंपियनशिप 2024 के तहत आयोजित टिहरी वाटर स्पोर्ट्स कप में 13 दिसंबर तक क्वालीफायर स्पर्धाएं आयोजित की जाएंगी. इन स्पर्धाओं में 22 प्रांतों से 514 खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं, जिनमें से क्वालीफाई करने वाले 38वां क्वालीफायर राष्ट्रीय खेल 2024 में प्रतिभाग करेंगे.

टिहरी वाटर स्पोर्ट्स कप का आगाज (फोटो- ETV Bharat)

क्या बोलीं रेखा आर्य:खेल मंत्री रेखा आर्य ने 28 जनवरी से उत्तराखंड में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय खेलों के लिए खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि खेल प्रतिभाओं को उभारने-निखारने और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर का मंच उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराने का काम किया है. उत्तराखंड को देवभूमि के बाद खेल भूमि के रूप में विकसित किया जा रहा है.

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