रोहतास :''बदलते भारत की तस्वीर में महिलाओं एवं दबे कुचले समुदाय का शैक्षणिक विकास एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. हमें शिक्षा के साथ-साथ अपनी संस्कृति और माटी से भी कसकर जुड़े रहना चाहिए, ताकि कितनी भी विषम स्थितियां क्यों ना हो, हम मजबूती से उसका मुकाबला कर सकते हैं.'', यह कहना है भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द का.
दीक्षांत समारोह में पहुंचे रामनाथ कोविन्द :दरअसल, बिहार के रोहतास में आज जमुहार स्थित गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह में भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द पहुंचे. इस दौरान बिहार के गवर्नर राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर भी मौजूद रहे.
''यहां अधिक संख्या में बेटियों के गोल्ड मेडल प्राप्त करने पर मैं काफी प्रसन्न हूं. यह बढ़ते बिहार और विकसित होते भारत की निशानी है.''- रामनाथ कोविंद, पूर्व राष्ट्रपति
'केवल नौकरी पाने वाली शिक्षा ग्रहण न करें' : इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने छात्रों कों आह्वान किया कि आप केवल नौकरी पाने वाली शिक्षा ग्रहण न करें, बल्कि अपने शिक्षा से दूसरों को नौकरी प्रदान करने की क्षमता रखने का संकल्प लें.
''आज लोग कृषि और व्यवसाय को अच्छी दृष्टि से नहीं देखते हैं, जो कि उचित नहीं है. इंजीनियरिंग करने के बाद नौकरी छोड़कर लोग कृषि से अपनी आय को दोगुनी कर रहे हैं. इस परिस्थिति में कई अन्य को रोजगार भी प्रदान कर रहे हैं. अपनी सोच को आगे रखें.''- राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, राज्यपाल, बिहार